नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने कहा है कि किसानों को फसल नष्ट होने की वजह से दिए जाने वाले मुआवजा योजना को जंतर मंतर पर आम आदमी पार्टी (आप) की किसान रैली के दौरान आत्महत्या करने वाले गजेन्द्र सिंह के नाम पर रखने का फैसला किया है। सरकार की तरफ से शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि गजेन्द्र सिंह को “शहीद किसान” के रूप पुकारा जाएगा।
सरकार ने यह फैसला मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के गजेन्द्र सिंह के भाई से बातचीत के बाद किया। बातचीत में गजेन्द्र सिंह के भाई ने यह मांग की थी और सरकार ने इनको मान लिया है। दिल्ली सरकार ने कहा है कि वह गजेन्द्र सिंह के परिवार के एक बच्चे को 18 वर्ष की उम्र का हो जाने पर नौकरी देगी।
गजेन्द्र के तीन बच्चे हैं। गौरतलब है कि बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ आप पार्टी के तरफ से जंतर मंतर पर आयोजित किसान रैली के दौरान फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। गजेन्द्र का परिवार उसे “शहीद कि सान” का दर्जा और दिल्ली सरकार द्वारा उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग कर रहा था।
मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…
बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…
मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…
-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…
(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…
(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…