हाशिमपुरा के गुनहगारों को बरी करना पीड़ादायक: मालिक  

लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसान उल मलिक ने आज कहा कि इस समय देश भर के जेलों में सैकड़ों युवा मुसलमान निर्दोष होते हुए भी आतंकवाद के आरोप में जेलों में बंद हैं और उन्हें बहुत प्रताड़ना दी जा रही है। इन युवाओं को पुलिसवाले जानबूझकर पकड़ते हैं और फिर उनके जीवन नाश कर देते हैं । मालिक  ने कहा कि देश में कई ऐसे युवा हैं जो आतंकवाद के आरोप में वर्षों जेल में बंद रहे और फिर अदालत से बाइज़्ज़त बरी हुए ऐसे युवा भी बहुत बुरी ज़िंदगी गुज़ार रहे हैं सरकार की ओर से उन्हें कोई उचित मुआवजा भी नहीं दिया गया। मालिक ने कहा कि जो भी अधिकारी ऐसे युवाओं को पकड़ते हैं उनके गिरफ़्तार किया जाए और उन्हें कड़ी सजा दी जाए .पिछड़ा समाज महा सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसान उल मलिक ने पिछले दिनों तेलंगाना केवारंगल जिले में पुलिस द्वारा किए गए फर्जी मुठभेड़ को भारतीय कानून के लिए धब्बा बताते हुए कहा कि पुलिस का यह नाटक कब तक चलता रहेगा।  जब उनकी इच्छा होती है तो किसी मुसलमान को पकड़ते और उनके जीवन से खेल जाते हैं। क्या भारत की पुलिस पूरे देश को गुजरात बनाना चाहती है। मालिक वारंगल फर्जी मुठभेड़ की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग करते हुए कहा है कि जब तक इस फर्जी मुठभेड़ की जांच चलती है तब तक उक्त घटना में शामिल पुलिस वालों को नौकरी से सस्पेंड किया जाय और उनके वेतन को रोक दिया जाए।मालिक ने कहा कि अब तो अदालतें भी सांप्रदायिक हो गई हैं हाशिमपुरा नरसंहार में जिस तरह से दोषियों को बरी किया गया वह बहुत दर्दनाक है ।  उन्होंने यह भी कहा कि चश्मदीद गवाह होते हुए भी अदालत का गुनहगारों  को बरी कर देना उनकी मानसिकता को बताता है कि वे किसके इशारे पर काम कर है है । 

पिछड़ा समाज महासभा के राष्ट्रीय महासचिव शिव नारायण कुशवाहा ने कहा कि देश भर में स्वतंत्रता के बाद से इतने दंगे हुए निर्दोषों को बरसों जेल में रखा जाता है फर्जी मुठभेड़ होते हैं लेकिन सरकार इसके रोकथाम के लिए कोई प्रभावी कदम क्यों नहीं उठाती है । कुशवाहा ने कहा कि यह पता चलता है कि सरकार इस तरह के घृणित काम खुद ही कराती है ताकि देश का मुसलमान आगे न बढ़ सके । कुशवाहा ने कहा कि मुस्लिम नौजवानों को कभी भी शिक्षा के लिए सरकार की ओर से मदद नहीं दी गई और जब यह अपने शिक्षा के संघर्ष करने लगे और देश के शीर्ष संस्थानों में अध्ययन करने लगे तो उनके युवाओं पर आतंकवाद का आरोप लगा दिया और उन्हें पकड़ कर जेल के सलाखों के पीछे करने लगे जो अत्यंत निंदनीय है। कुशवाहा ने कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार अपने रवैये में सुधार लाए वरना अगर इसी तरह अन्याय होता रहा तो देश का धर्मनिरपेक्ष वर्ग खड़ा होकर इस सरकार की ईंट से ईंट बजा देगा ।