लखनऊ: खेल और खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन में सदैव आगे रहनेवाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने क्रिकेट खेल प्रेमियों को आज ,डी बहुत बड़ी सौग़ात दे दी । यूपी सरकार ने ग्रीन पार्क स्टेडियम को 30 वर्षों के लिए अनुबंध के आधार पर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को दे दिया है । यह निर्णय मंगलवार को हुयी कैबिनेट मीटिंग में लिया गया ।
निर्णय के अनुसार यूपीसीए इस अनुबंध के लिए सालाना एक करोड़ रूपये की रकम अदा करेगा। इस दौरान होने वाले हर आईपीएल मैच के लिए यूपीसीए 25 लाख रुपये उत्तर प्रदेश सरकार को देगी।
एक दिवसीय और टेस्ट मैचों के लिए यह रकम प्रति मैच 15 लाख रूपये होगी। ग्रीन पार्क स्टेडियम के विस्तार के लिए होने वाले निर्माण का खर्च यूपी सरकार वहन करेगी। इसका विस्तार यूपीसीए द्वारा बताई गई आवश्यकताओं के अनुसार होगा, जबकि स्टेडियम के नियमित रखरखाव की जिम्मेदारी यूपीसीए की होगी। इस अनुबंध के तहत हर पांचवें वर्ष लाइसेंस फीस में 25 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। जल्द ही इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश सरकार का खेल विभाग और यूपीसीए एक एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे।
गौरतलब है कि अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार और यूपीसीए के बीच आपसी तालमेल न होने के चलते कई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं हो पाए। इसका कारण है कि यूपीसीए को प्रदेश सरकार से यह स्टेडियम किराये पर लेना पड़ता था, ऐसे में सरकारी उदासीनता के चलते अक्सर इंटरनेशनल मैचों के लिए ग्रीनपार्क स्टेडियम में तैयारियां पूरी नहीं हो पाती थीं। इसके चलते बीसीसीआई ने ऐन वक़्त पर कई मैचों की मेजबानी छीनकर देश के अन्य क्रिकेट स्टेडियम को दे दी थी। ताजा मामला मेजबानी के लिए तैयार नहीं होने के कारण भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले दूसरे टेस्ट मैच का है, आने वाले नवंबर में यह दूसरा टेस्ट मैच कानपुर में होना था लेकिन वह अब नहीं होगा।
कैबिनेट के इस फैसले से यह उम्मीद जगी है कि यूपीसीए न केवल इस स्टेडियम का रख-रखाव समय से करेगा बल्कि सरकार को लाइसेंस और मैच फीस अदा करने के लिए, यहाँ ज्यादा से ज्यादा मैच करवाने का प्रयास करेगा जिससे उसकी आमदनी बढ़े।
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