लखनऊ: पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0अरविन्द कुमार जैन ने पोलिस अधिकारियों को आज निर्देश दिये गये कि महिलाओं और बच्चियों पर एसिड फेंकने या फेंकने की धमकी देने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही एवं पीडि़ता की सुरक्षा सुनिश्चित कराएं।
पुलिस महानिदेशक द्वारा भेजे गये परिपत्र में कहा गया है कि अभी मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में एसिड से जलाई गई 60 महिलाओं में से 51 को तीन-तीन लाख की धनराशि दी गयी जिससे वे अपना इलाज करा सकें क्योंकि इसमें लगातार बहुत धनराशि व्यय होती है, कई-कई आपरेशन होते हैं, प्लास्टिक सर्जरी होती है तथा इन महिलाओं और बच्चियों को अत्यधिक मानसिक वेदना/प्रताड़ता से गुजरना पड़ता है। शासन के द्वारा एक यह नयी पहल की गयी है जिसमें सभी को भागीदार बनना चाहिये तथा जनपद में रह रही प्रत्येक एसिड से जलायी गयी महिला की सुरक्षा, उनको किनसे खतरा है, कौन उनको धमका रहे हैं, कौन-कौन अपराधी बाहर घूम रहे हैं तथा केस में समझौते का दबाव बना रहे हैं इन सब पर फौरी कार्यवाही की जाये ।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान कुछ महिलाओं ने अपनी परेशानियाॅ बतायी हैं उनके संबंध में अवगत कराया जा रहा है। प्रत्येक घटना की समीक्षा सुतापा सान्याल, अपर पुलिस महानिदेशक, महिला सम्मान प्रकोष्ठ कर रही हैं । वे इस संबंध में समय-समय पर समुचित निर्देश भी देंगी तथा उनको भी संज्ञान में लिया जाये।
पुलिस महानिदेशक द्वारा कहा गया है कि यदि कहीं पर भी पुलिस की लापरवाही दिखी, पुलिस के द्वारा ऐसी महिलाओं और बच्चियों की मदद न करके अभियुक्तों का साथ दिया जा रहा है, उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही है, उनसे सख्ती से निपटा नहीं जा रहा है तो ऐसे सभी प्रकरणों में इस मुख्यालय से कठोर कार्यवाही के लिये विवश होना पड़ेगा।
पुलिस महानिदेशक द्वारा निर्देश दिये हैं कि एसिड से जलायी गयी महिलाओं और बच्चियों के हर प्रकरण की समीक्षा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं की जाये, अपने अधीनस्थों पर न छोड़ा जाये । यदि कोई महिला या बच्ची आपसे शिकायत करती है या थाने पर शिकायत करती है कि उसको अमुक व्यक्ति एसिड फेंककर उसका मुंह जलाने की धमकी दे रहा है तो ऐसे प्रकरणांे पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही होनी चाहिए। इस संबंध में मुकदमे लिखने में कतई भी कोताही नहीं बरती जाय तथा पुलिस की थोड़ी सी भी चूक किसी महिला या बच्ची के लिये घातक सिद्ध हो सकती है।
उन्होंने कहा कि अपने अपने जनपदों में ऐसे केसों को छंटवा लिया जाये जिन पर एसिड फेंका गया है, उनकी सूची बनवा कर जानकारी कर ली जाये कि कौन आततायी है जिससे कि ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटा जा सके।
पुलिस महानिदेशक द्वारा कहा गया है कि महिला सम्मान कोष का गठन हुआ है तथा इसी प्रकार की और भी योजना भविष्य में होंगी। यह सुनिश्चित किया जाये कि जब भी ऐसी महिला लखनऊ आये अथवा उसको धनराशि दी जाय तो उसकी पुलिस के प्रति किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं होनी चाहिए तथा वह खुलकर कहे कि पुलिस उसका पूरा साथ दे रही है ।
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