एडिलेड : अपने कामयाब करियर में कई अधूरे ख्वाब पीछे छोड़कर मिसबाह उल हक और शाहिद अफरीदी ने विश्व कप क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया के हाथों पाकिस्तान की छह विकेट से हार के बाद एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।

दोनों ने विश्व कप से पहले ही 50 ओवरों के क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान कर दिया था। मिसबाह टेस्ट खेलते रहेंगे जबकि अफरीदी अब सिर्फ टी20 क्रिकेट खेलेंगे। 40 साल के मिसबाह 162 वनडे मैचों में एक भी शतक नहीं बना सके। उन्होंने 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। वनडे क्रिकेट में वह 5122 रन बना चुके हैं।

वहीं 1996 में श्रीलंका के खिलाफ अपनी पहली वनडे श्रृंखला में सिर्फ 37 गेंद में शतक जमाकर चमके ‘बूम बूम’ अफरीदी अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की बखिया उधेड़ने में माहिर थे। उन्होंने 398 वनडे में 8064 रन बनाये और 395 विकेट लिये। वह 2011 विश्व कप टीम के कप्तान रहे जिसमें भारत ने मोहाली में हुए सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराया था। उन्हें उनके दिलकश चेहरे और दुनिया भर में महिला प्रशंसकों में जबर्दस्त क्रेज के लिए भी याद रखा जाएगा।