नयी दिल्ली: कांग्रेस ने कोरोना महामारी को देखते हुये फ़िलहाल किसी मुद्दे पर सरकार की कोई आलोचना न करने का फ़ैसला किया है लेकिन रचनात्मक सहयोग के रूप में पार्टी अपने सुझाव सरकार को देना ज़ारी रखेगी। यह निर्णय आज पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में पार्टी अंंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी द्वारा गठित 11 सदस्यीय सलाहकार समूह की पहली बैठक में लिया गया।

एक घंटे चली बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने पार्टी नेताओं को साफ़ -साफ़ कहा कि देश गंभीर दौर से गुजर रहा है अतः ऐसे समय सरकार की आलोचना अथवा उसकी कमियां निकालने का वक़्त नहीं है ,हमको विपक्षी दल होने के नाते सरकार को सकारात्मक और रचनात्मक सहयोग करना है, साथ ही उन्होंने सरकार से यह मांग भी की कि मुश्किल वक़्त में महामारी के उपचार सभी छोटे-बड़े उपकरणों को पूरी तरह जीएसटी से मुक्त किया जाना चाहिये। लंबी चर्चा के बाद सलाहकार समूह इस नतीज़े पर भी पहुंचा कि सरकार को एक दस्तावेज़ सौंपा जाये जिसमें मुद्दों को चिन्हित कर उनसे निपटने के उपाय भी शामिल हों।

पार्टी इस दस्तावेज़ को तैयार कर रही है और अगले एक -दो दिनों में सरकार को सौंप देगी। बैठक के बाद जयराम रमेश ने बताया कि इस दस्तावेज़ में लघु एवं मध्यम उद्द्योगों को शामिल कर इस बात का विश्लेषण होगा कि उनके सामने इन हालातों में किस तरह के संकट हैं और सरकार उनकी मदद कैसे कर सकती है।

लॉकडॉउन के कारण ऐसे उद्द्योगों को जो घाटा हुआ है उससे उबरने में केंद्र की आर्थिक सहायता बड़ी मदद साबित हो सकती है। मदद किस रूप में हो ,उसका स्वरुप क्या हो इन बातों का खुलासा दस्तावेज़ में किया जा रहा है। इसी के साथ रबी फ़सलों गेहूँ ,चना ,सरसों की सरकारी कैसे तेज़ हो इस के लिये अलग रिपोर्ट कांग्रेस सरकार को देगी।

पार्टी ने मांग की कि जनधन खातों ,केंद्र पेंशन योजना जो बुजुर्गों ,विधवाओं और विकलांगों के लिये चल रही है उन सभी को तत्काल 7500 रुपये इसी योजना के तहत सीधे बैंक खातों में दिये जायें। प्रधानमंत्री किसान परियोजना से जुड़े किसानों को 2000 रुपए दिये गये हैं लेकिन हालातों को देखते हुये इनके खातों में भी 7500 रुपये डाले जायें .लघु और माध्यम व्यापारियों के व्यवसायों के पुनर्जीवन के लिये कांग्रेस कार्य योजना तैयार कर रही है जो इसी दस्तावेज़ के साथ सरकार को सौंपी जायेगी।

पार्टी ने कांग्रेस शासित राज्यों में कोरोना को लेकर किये जा रहे कामकाज़ की भी समीक्षा की जिस पर बुधवार को होने वाली बैठक में विस्तार से चर्चा होगी। इस समूह में मनमोहन सिंह राहुल गाँधी,पी चिदंबरम, जयराम रमेश ,के सी वेणुगोपाल ,मनीष तिवारी ,रणदीप सुरजेवाला सहित दूसरे नेताओं को शामिल किया गया है।