PM मोदी ने समाजिक संगठनों से बात करते हुए महात्मा गांधी को किया याद

नई दिल्ली: देश इन दिनों कोरोना महामारी की संकट से जुझ रहा है। लगातार कोरोना मरीज की संख्या में हो रहे वृद्धि को देखते हुए नरेंद्र मोदी सरकार ने देश भर में 14 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाया है।

आज लॉकडाउन के छठे दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के कई समाजिक संगठनों के प्रमुख से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरा देश #COVID19 का सामना करने में धैर्य दिखा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी कहते थे कि गरीबों की सेवा करना राष्ट्र की सेवा करने का सबसे अच्छा तरीका है, उन्होंने मानवता की सेवा करने के लिए सहभागी संगठन के समर्पण की प्रशंसा की थी।

इस तरह एक तरह से देखा जाए तो पीएम मोदी ने सभी समाजिक व धार्मिक संगठनों को समाज से इस महामारी के दौरान गरीबों की सेवा करने की अपील की है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई पर सीधी प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए रोजाना 200 से अधिक लोगों के साथ संवाद करते हैं। यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को दी। पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री के इस तरह के संवाद में राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों को किये जाने वाले फोन कॉल शामिल हैं।

पीएमओ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मोदी देश के विभिन्न हिस्सों में डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और स्वच्छता कर्मचारियों से भी फोन के माध्यम से संपर्क करते हैं। मोदी ऐसा ‘‘उन्हें प्रोत्साहित करने और देश एवं समाज के प्रति उनकी सेवा के लिए आभार जताने के लिए करते हैं।’’ इसमें कहा गया कि मोदी कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के साथ बातचीत भी करते हैं।

प्रधानमंत्री कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों और इसके प्रभाव से उबर चुके कुछ लोगों तक टेलीफोन के माध्यम से भी पहुंच बनाते हैं ताकि इस संबंध में प्रगति पर अद्यतन जानकारी ले सकें। मोदी ने जनवरी के बाद से कोविड-19 से लड़ने के तरीके और साधनों का पता लगाने लिए जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों और अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठकें और चर्चाएं की हैं।