नई दिल्ली: शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारियों पर हमले की कोशिश हुई? संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन पर बैठे लोगों ने आज ऐसा आरोप लगाया है। रविवार को उस बंद सड़क पर पेट्रोल बम से हमले की कोशिश होने की बात कही गई है। तस्वीरें भी आई हैं, जिसमें वहां आग लगी हुई है। कोरोना वायरस के खौफ के बावजूद वहां के लोगों ने शाहीन बाग में प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है। आज जनता कर्फ्यू के बावजूद ये लोग सड़कों पर डटे हुए हैं।
कोरोना वायरस की मौजूदा परिस्थिति में शाहीन बाग में किसी भी प्रदर्शनकारी को अब चार घंटे से ज्यादा प्रदर्शन स्थल पर बैठने की इजाजत नहीं होगी। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि कोरोनावायरस महामारी की बढ़ती समस्या के कारण रविवार से यहां आने वाला कोई भी प्रदर्शनकारी सिर्फ चार घंटे ही धरनास्थल पर रहेगा, और उसके बाद वह यहां से चला जाएगा। यह व्यवस्था रविवार से लेकर कोरोनावायरस की समस्या समाप्त होने तक या कानून वापस होने तक जारी रहेगी।
शाहीन बाग में जनता कर्फ्यू के दौरान धरनास्थल पर माइक से किसी तरह की कोई घोषणा नहीं होगी। प्रदर्शनकारियों ने यह भी फैसला किया है कि प्रदर्शनस्थल पर बच्चे और बुजुर्ग मौजूद नहीं होंगे, और विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से होगा।
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