नई दिल्ली: मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक का निधन हो गया है। वह 91 वर्ष के थे। देश के सरकारी टीवी ने यह जानकारी दी।
लगभग तीन दशक तक शासन करने वाले मुबारक को देश में 18 दिनों तक चले विरोध प्रदर्शनों के बाद 11 फरवरी, 2011 को इस्तीफा देना पड़ा था। अपने शासन के दौरान वह अमेरिका के सहयोगी बने रहे। वर्ष 2011 में काहिरा के ताहिर स्क्वेयर पर हजारों की संख्या में युवाओं ने एकत्र होकर 18 दिनों तक प्रदर्शन किया जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था
सरकारी टीवी ने बताया कि मुबारक का निधन काहिरा के एक अस्पताल में हुआ जहां उनकी सर्जरी हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया कि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं थीं लेकिन इस संबंध में विस्तृत विवरण नहीं दिया गया है।
मुबारक को 2011 में 18 दिन के प्रदर्शन के दौरान लगभग 900 प्रदर्शनकारियों की मौत को रोक पाने में विफल रहने पर जून 2012 में उनके पूर्व सुरक्षा प्रमुख के साथ दोषी ठहराया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
दोनों ने इस फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी और इसके बाद 2014 में दोनों को बरी कर दिया गया था। अप्रैल 2011 में गिरफ्तारी के बाद से मुबारक ने लगभग छह साल अस्पतालों बिताए। रिहाई के बाद उन्हें काहिरा के हेलियोपोलिस प्रांत के एक अपार्टमेंट ले जाया गया था।
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