नई दिल्ली: थाईलैंड को कोरात शहर में अंधाधुंध फायरिंग करके कम से कम 21 लोगों की जान लेने वाले सैनिक को 17 घंटों के बाद आज सुबह गोली मार दी गई। इससे पहले वह बीती रात कारोट के एक मॉल में छिपा रहा। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मॉल में उसने कितने लोग अभी भी फंसे हैं। हमले के लिए सैनिक ने हथियार अपनी बैरक से चुराए थे।
शनिवार को जूनियर आर्मी ऑफीसर सार्जेंट मेजर जाकरापंथ थोमा ने अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू किया था। बाद में वह मॉल में घुस गया और वहां मौजूद लोगों और दुकानदारों को बंधक बना लिया। यह संकट करीब 17 घंटे तक चला गया। रात में थाई सिक्योरिटी सर्विसेज के कमांडो मॉल में घुस गए और मॉल की पहली मंजिल पहुंच गए। फायरिंग के दौरान मॉल में दुकानदार और अन्य भय के बारे इधर-उधर भागते नजर आए।
क्राइम सप्रेशन डिवीजन के प्रमुख जिराभोब भुरिदेज ने कहा कि उसे आधा घंटे पहले गोलियों से भून दिया गया और उसका सफाया कर दिया गया। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि थाई पुलिस के एलीट कमांडोज ने हमलावर सैनिक को मार दिया। वैसे समूचे ऑपरेशन में सैकड़ों सैनिक शामिल थे।
हमलावर जवान गोलीबारी की घटना को सोशल मीडिया पर लाइव भी कर रहा था। सेना की वर्दी और हेलमेट पहने इस संदिग्ध ने डराने वाला वीडियो भी डाला है, जिसमें वह कह रहा है कि वह गोलियां चलाते हुए थक गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सैनिक ने एक गाड़ी में सवार होकर लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाता चला गया। हमले से पहले उसने एक पोस्ट में लिखा था कि उसे बदला लेना था। यह भी बताया जा रहा है कि उसने एक घर में भी कुछ लोगों को गोली मारी है जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है।
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