अलीगढ: अलीगढ़ जिले के दिल्ली गेट थानाक्षेत्र में ईदगाह के निकट अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 1,000 लोगों को जिला प्रशासन ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है कि निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के लिए क्यों ना उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
धरना देने वालों में अधिकांश महिलाएं हैं। सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह ने कहा कि अगर सात दिन के भीतर उक्त लोगों का संतोषजनक जवाब नहीं आया तो उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध कर रही सैकड़ों महिलाएं पिछले सप्ताह भर से धरने पर बैठी हैं। बुधवार को धरने में उस समय अफरातफरी मच गयी, जब एक आवारा सांड प्रदर्शनकारियों के बीच घुस आया जिससे 20 वर्षीय एक युवती घायल हो गयी।
मौके पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने किसी तरह सांड को भीड़ से बाहर खदेड़ा। वहां महिलाओं के साथ बच्चे भी थे। घटना में कुछ अन्य महिलाओं को मामूली चोट आयी हैं। घायल युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
उनका आरोप था कि सांड को जानबूझ कर भीड़ की ओर खदेड़ा गया ताकि प्रदर्शनकारियों को डराया जा सके । मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने हालांकि इस आरोप से इनकार किया है ।
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