नई दिल्ली: तंजानिया में एक गिरजाघर में खुले में हो रही प्रार्थना सभा के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई। मोशी शहर के जिला आयुक्त किप्पी वारिओबा ने कहा, ‘‘20 लोगों की मौत हुई है। कुछ लोग घायल भी हुए हैं, इसलिए मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है।’’ वारिओबा ने बताया कि कम से कम 16 अन्य लोग घायल हुए हैं।

तंजानिया में ‘अराइज एंड शाइन’ मंत्रालय के लोकप्रिय धर्म प्रचारक बोनिफेस म्वामपोसा की अगुवाई में शनिवार दोपहर को हुई प्रार्थना सभा में यह भगदड़ मची। प्रत्यक्षदशियों ने बताया कि भगदड़ उस समय मची, जब म्वामपोसा ने प्रार्थना सभा के दौरान ‘‘पवित्र तेल’’ जमीन पर डाला।

ऐसा माना जाता है कि यह तेल बीमारियों का इलाज करता है। लोगों की भीड़ अपनी बीमारी के उपचार की उम्मीद में इस तेल को छूने के लिए दौड़ी। प्रत्यक्षदर्शी जेनिफर तेमू ने बताया कि म्वामपोसा ने ‘‘पवित्र तेल’’ जमीन पर डाला।

अन्य प्रत्यक्षदर्शी पीटर किलेवो ने कहा, ‘‘तेल को छूने की कोशिश में दर्जनों लोग तत्काल गिर गए और भीड़ में कुचले जाने से कुछ लोगों की मौत हो गई। हमने 20 मृतकों की गिनती की है। कुछ लोग घायल भी हुए हैं।’’ उसने कहा, ‘‘यह भयावह था। लोग एक दूसरे को निर्दयता से कुचल रहे थे और कोहनियों से धकेल रहे थे।’’

भगदड़ के बाद म्वामपोसा घटनास्थल से फरार हो गए। तंजानिया के पुलिस प्रमुख साइमन सिरो ने 20 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।
सिरो ने रविवार सुबह म्वामपोसा से राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल पर अपील की कि वह स्वयं को पूछताछ के लिए पुलिस को सौंपें।

सिरो ने कहा, ‘‘हम उनकी तलाश कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की जांच आरंभ कर दी है। म्वामपोसा को तत्काल पुलिस के पास आना चाहिए। वह प्रसिद्ध हैं। उनके बचने का कोई तरीका है।’’

उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले की जांच करेगी कि गिरजाघर संगठन ने इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने की क्या व्यवस्था की थी। तंजानिया के राष्ट्रपति जॉन मागुफुल ने बयान जारी करके मोशी में भगदड़ में 20 लोगों और दक्षिणी तंजानिया के लिंडी क्षेत्र में बाढ़ में 20 लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इन घटनाओं में तंजानिया के लोगों की मौत पर बहुत खेद है।’’