नई दिल्ली: द हेरिटेज एक्सपेरिएंटियल लर्निंग स्कूल में स्थित बार्का एकेडमी, गुरुग्राम की पिचें बेहद शानदार प्रतिस्पर्धा के आयोजन के लिए पूरी तरह तैयार है, क्योंकि इस बार 4 आयु वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले 6 देशों के 700 से अधिक युवा फ़ुटबॉलरों की 48 टीमें बार्का एकेडमी कप – एशिया पैसिफिक में भाग लेंगी। वर्ष 2019 में भी बार्क एकेडमी इंडिया ने इस टूर्नामेंट की मेजबानी की थी।
टूर्नामेंट में भाग लेने वाली 48 टीमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, तुर्की, सिंगापुर, जापान और स्पेन का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। सभी टीमें अंडर-9, अंडर-11, अंडर-13 और अंडर-15 श्रेणियों में हिस्सा ले रही हैं। इस टूर्नामेंट में हर टीम में 7 खिलाड़ी शामिल होंगे तथा अंडर-9 मैच के लिए इसकी अवधि 30 मिनट की होगी, जबकि अंडर-11 और अंडर-13 के लिए यह मैच 40 मिनट का और अंडर-15 के लिए 50 मिनट का होगा।
बार्का एकेडमी कप – एशिया पैसिफिक पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री कार्लोस पालकिन, प्रमुख – बार्का एकेडमी, एपीएसी, ने कहा, “बार्का एकेडमी कप पूरी दुनिया में आयोजित होने वाले बेहद अहम टूर्नामेंट में शामिल है। यह एक ऐसा मंच है जो होनहार खिलाड़ियों को सामने लाता है, तथा क्षेत्र विशेष की टीमों के प्रदर्शन को बेहतर बनाता है। बार्सिलोना में आयोजित होने वाले वार्षिक टूर्नामेंट के साथ इसका समापन होता है। पूरी दुनिया में मौजूद सभी बार्का एकेडमी में एक समान प्रशिक्षण पद्धति का पालन किया जाता है। और अंत में, निश्चित तौर पर जीतने वाली टीम अपने समकक्षों के बीच पहले स्थान पर होती है। बार्का एकेडमी भविष्य के फ़ुटबॉलरों को तैयार करने की नींव है। इस साल के एपीएसी टूर्नामेंट में इस क्षेत्र के कुछ सबसे प्रतिभाशाली युवा फुटबॉलर शानदार प्रदर्शन करते नज़र आएंगे।"
श्रीमती अनुपमा जैन, डायरेक्टर, कन्सिएन्ट फ़ुटबॉल, ने कहा, “बार्का एकेडमी कप – एशिया पैसिफिक की लगातार दूसरे वर्ष मेजबानी का अवसर मिलना हमारे लिए अत्यंत गर्व की बात है। वास्तव में यह पूरे देश के हर फ़ुटबॉल प्रेमी एवं प्रशंसकों के लिए बेहद यादगार लम्हा है। यह टूर्नामेंट केवल हार या जीत के बारे में नहीं है। बल्कि यह तो विभिन्न संस्कृतियों के एक साथ आने तथा जीवन भर के लिए नए-नए दोस्त बनाने का अवसर है।”
भारत में मौजूद अंतर्राष्ट्रीय स्तर के क्लबों के बीच, बार्का एकेडमी इंडिया द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाएं देश में सबसे बड़ी हैं और इसने विभिन्न प्रारूपों में 30,000 से अधिक खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया है। दिल्ली एनसीआर, मुंबई, पुणे और बेंगलुरु में स्थित फ़ुटबॉल स्कूलों में 2,500 से अधिक युवा फ़ुटबॉल खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…
बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…
मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…
-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…
(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…
(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…