नई दिल्ली: अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर भारत को चेताया है है कि वह रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील न करे|

समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिका ने भारत से कहा है कि अगर उसने रूस के साथ एस-400 की ख़रीद का समझौता किया तो दोनों देशों के रक्षा सहयोग के अनुबंध पर असर पड़ेगा और साथ ही वॉशिंग्टन, दिल्ली पर प्रतिबंध लगाने के बारे में भी विचार कर सकता है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन ने एक बार फिर भारत को रूस के साथ S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली का सौदा करने से रोकने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका का कहना है कि लॉन्ग टर्म में यह फ़ैसला भारत के हित में नहीं होगा। इससे भारत के साथ उसकी रणनीतिक साझेदारी पर असर पड़ेगा। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के भारत दौरे से पहले ओसाका में जी-20 सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और ट्रम्प की मुलाक़ात हो सकती है। अमेरिकी विदेश मंत्री की सहयोगी अलाइस वेल्स ने कहा कि दक्षिण एशिया के देशों को ख़ुद चुनना होगा कि वे कहां से हथियार खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि समझौतों के मुताबिक़ अमेरिका से अधिक हथियारों की ख़रीदारी होनी चाहिए लेकिन भारत रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली ख़रीदने जा रहा है। अलाइस वेल्स ने कहा कि इस सरकार का उद्देश्य भारत की रक्षा सौदों में मदद करना है और रक्षा सौदे के मामले में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा सहयोगी है। उन्होंने कहा कि रूस के साथ सौदा हमारे सहयोग पर असर डालेगा।

उल्लेखनीय है कि भारत ने दिसंबर 2018 में रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम ख़रीदने का समझौता किया था। अमेरिका ने उस समय भी भारत पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी थी। हालांकि, अब तक ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।