विविध विषयों में वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक विश्व स्तरीय कार्यक्रमों की पेशकश करने के अपने प्रयास में अमृता विश्व विद्यापीठम और यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना (यूएरिजोना) शिक्षा और अनुसंधान में एक बहु-विषयक साझेदारी पर काम कर रहे हैं। भारत में अब तक के इस सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयी सहयोग में, अमृता विश्व विद्यापीठम की चांसलर श्री माता अमृतानंदमयी देवी और यूनिवर्सिटी आॅफ एरिजोना के प्रोवोस्ट व अकादमिक मामलों के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. लिंडेल फोल्क्स की ओर से आज एक लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए गए। यह लेटर आॅफ इंटेंट, स्नातक और मास्टर के स्तर पर एकीकृत और दोहरी डिग्री कार्यक्रमों के लिए अग्रणी उच्चतम मानक पाठ्यक्रम के लिए बहु-विषयक सहयोग शुरू करने के लिए है। प्रमुख विषयों में इंजीनियरिंग, जैव टेक्नोलाॅजी, नैनो टेक्नोलाॅजी, सामाजिक विज्ञान, चिकित्सा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और कृषि शामिल हैं। कार्यक्रम यूएरिजोना के छात्रों के लिए विदेश में अध्ययन स्थल के रूप में अमृता को पेश करेगा और ऐसे ही अमृता के विद्यार्थी वहां अध्ययन कर सकेंगे। यह दोनों भागीदार विश्वविद्यालय में न्यूनतम एक सेमेस्टर के लिए प्रति वर्ष 200 से अधिक छात्रों को अपने साथ जोड़ेगा। एरिजोना विश्वविद्यालय में प्रोवोस्ट और अकादमिक मामलों के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. लिसेल फोल्क्स ने कहा, ‘एरिजोना यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता भी वही है, जो अमृता की है, सभी के लिए जीवन को समृद्ध बनाने, नवाचार के लिए अपने समर्पण की भावना। हम मानवीय क्षमता का विस्तार करने और अपने आसपास की दुनिया को और बेहतर करने के लिए कई विषयों पर एक साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।’ अमृता विश्व विद्यापीठम के वाइस चांसलर डॉ. वेंकट रंगन ने कहा, ‘अम्मा के नेतृत्व से प्रेरित होकर, अमृता ने अपने छात्रों को जीवनोपयोगी शिक्षा प्रदान करने के मिशन और मानवीय लाभ और सतत विकास के लिए प्रेरित अनुसंधान के लिए प्रेरित किया है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध एरिजोना विश्वविद्यालय के साथ इस सहक्रियात्मक और रणनीतिक साझेदारी वाले सहयोग से दोनों ही वैश्विक रूप से समृद्ध होंगे।’ अमृता विश्व विद्यापीठम को हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस (आईओई) के रूप में अनुशंसित किया गया है। आईओई यह कहता है कि भारतीय विश्वविद्यालय उच्च गुणवत्ता के अभिनव कार्यक्रम विकसित करेंगे जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दी जाएगी। एलओआई पर हस्ताक्षर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह के उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक डिग्री कार्यक्रमों को विकसित करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।