नई दिल्ली: कश्मीर में 40 लाख पोस्टपेड मोबाइल ग्राहकों के लिए एसएमएस सेवा मंगलवार को शुरू कर दी गई है। हालांकि जम्मू कश्मीर प्रशासन ने सेवाप्रदाता कंपनियों को सिर्फ मशीन बेस्ड मैसेज सर्विस शुरू करने की अनुमति दी है। इससे उपभोक्ताओं को बैंकिंग और दूसरी सेवाओं के लिए एसएमएस प्राप्त हो सकेंगे लेकिन वे एसएमएस नहीं भेज पाएंगे।

गत 5 अगस्त को सभी संचार सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया था। अधिकारियों ने कहा कि आम जनता खासकर व्यापारियों की कई बार मांग के बाद एसएमएस सेवा शुरू की गई है। चार महीने से ज्यादा समय के बाद एसएमएस सेवा शुरू होने से आम लोगों खासकर व्यापारियों को बैंकों से मैसेज प्राप्त हो सकेंगे। घाटी में प्रीपेड मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं अभी भी बंद हैं।

प्रशासन ने पिछले सप्ताह कहा था कि हालात सामान्य होने पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाएंगी। सरकार ने पिछले 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के साथ ही इसे विभाजित करके जम्मू कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बनाने की घोषणा की थी। इन फैसलों से पहले सभी तरह की संचार सेवाएं बंद कर दी गई थीं।

पोस्टपेड मोबाइल सेवा कश्मीर में 72 दिनों के बाद 14 अक्टूबर को शुरू की गई थी। लेकिन एसएमएस सेवा कुछ घंटों के बाद बंद कर दी गई। सेना ने कहा था कि आतंकी लोगों को एकजुट करने के लिए एसएमएस सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं।

अधिकारियों ने बताया कि 25 लाख से ज्यादा प्रीपेड मोबाइल फोन अभी भी बंद हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप सहित इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं। 17 अगस्त को घाटी में फिक्स्ड लाइन टेलीफोन सेवा आंशिक रूप से शुरू की गई थी। 7 सितंबर को करीब 50,000 फिक्स्ड लाइन टेलीफोन चालू होने की घोषणा की गई।

जम्मू में संचार सेवाएं कुछ दिनों के बाद ही शुरू कर दी गई थीं। वहां मोबाइल इंटरनेट मध्य अगस्त में शुरू कर दिया गया। हालांकि दुरुपयोग की खबरें आने के बाद 18 अगस्त को मोबाइल इंटरनेट सेवा दोबारा बंद कर दी गई।