मुंबई: भारी सियासी उठापटक के बाद आखिरकार महाराष्ट्र में गुरुवार को नई सरकार का गठन होने जा रहा है। विधानसभा चुनाव के बाद एक साथ आने वाली एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज शाम को शपथ लेंगे। उद्धव ठाकरे परिवार के ऐसे पहले सदस्य होंगे, जो कोई पदभार संभालेंगे। मुंबई के शिवाजी पार्क में होने वाले इस समारोह में तीनों पार्टियों के दो-दो मंत्री शपथ लेंगे। इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी न्योता दिया गया है।

महाराष्ट्र में नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले बुधवार (27 नवंबर) को गठबंधन के शीर्ष नेताओं के बीच मंत्रिमंडल पर मंथन हुआ। इसमें एनसीपी का उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस का विधानसभा स्पीकर बनाने पर सहमति बनी।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार रात बताया कि महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी को उपमुख्यमंत्री का पद मिलेगा। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं की बैठक के बाद पटेल ने यहां संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलेगा जबकि एनसीपी को उप विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलेगा।

उन्होंने कहा कि गुरुवार शाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ, तीनों दलों में प्रत्येक से एक या दो सदस्य मंत्री पद की शपथ लेंगे।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के 18 वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। वह मनोहर जोशी और नारायण राणे के बाद इस पद पर काबिज होने वाले शिवसेना के तीसरे नेता हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित होने के एक महीने बाद ठाकरे (59) मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

गठबंधन ने मंत्रिमंडल के फॉर्मूले पर कोई जानकारी नहीं दी है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसका पूरा खाका तैयार हो गया है। इसमें शिवसेना और एनसीपी को बराबर-बराबर विभाग मिलेंगे।

महाराष्ट्र के भावी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात कर उन्हें शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया। आदित्य पहले सोनिया के आवास पहुंचे और फिर उन्होंने मनमोहन सिंह से भेंट की। मुलाकात के बाद आदित्य ने कहा कि उन्होंने भेंट की है क्योंकि इन दोनों नेताओं के मार्गदर्शन और आशीर्वाद की जरूरत है। सूत्रों के मुताबिक आदित्य ने महाराष्ट्र में अपने पिता के नेतृत्व में सरकार गठन के लिए सहयोग को लेकर सोनिया का आभार प्रकट किया और उन्हें में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया।

बुधवार (27 नवंबर) सुबह नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने के मौके पर पहुंचे एनसीपी नेता अजीत पवार का पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद से ही मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दिए जाने को लेकर कयास लगने लगे।