नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉब लिंचिंग पर खुला खत लिखने वाली 49 शख्सियतों के खिलाफ बिहार पुलिस ने राजद्रोह का मामला बंद करने का फैसला लिया है। मुज्जफरपुर के एसएसपी ने इस बाबत केस बंद करने का आदेश दे दिया है और कहा है कि इन सेलेब्स के खिलाफ दर्ज कराया गया मामला पूरी तरह से झूठा है। पुलिस ने इसके साथ ही बताया कि सभी शख्सियतों के खिलाफ ‘फर्जी’ शिकायतें देने वाले शिकायतकर्ता और वकील सुधीर ओझा के खिलाफ शिकायत दर्ज की जाएगी।

बुधवार (नौ अक्टूबर, 2019) को पुलिस प्रवक्ता जितेंद्र कुमार ने एक अंग्रेजी चैनल से कहा जिला पुलिस ने इस मामले को ‘जानबूझकर दी गई झूठी शिकायत’ बताया है और शिकायत देने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया। यह शिकायत ‘महज प्रचार बंटोरने के मकसद से’ दी गई थी।

फर्जी शिकायत को लेकर आरोपी पर होगा केस- पुलिसः एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में आगे कहा- एसएसपी ने इन शख्सियतों के खिलाफ राजद्रोह का मामला बंद करने के लिए कहा है और बिना किसी कारण फर्जी शिकायत देने वाले पर मामला दर्ज करने को कहा है। एक से दो दिन के भीतर जांच अधिकारी इस मामले में स्थानीय कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंप देगा।

मनमोहन, अमिताभ और ऋतिक पर भी पूर्व में केस कर चुका है आरोपीः इसी बीच, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि वह भी ओझा द्वारा फर्जी शिकायतें दाखिल करने का शिकार बन चुके हैं। शिकायतकर्ता को आदतन विवादी (Serial Litigant) करार देते हुए उन्होंने कहा- वह महज पब्लिसिटी पाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन और ऋतिक रोशन के खिलाफ अखबारों की खबरों के आधार पर शिकायत तक दे चुका है।

‘BJP, RSS व मोदी को घसीटना ठीक नहीं’: डिप्टी सीएम यह भी बोले कि बीजेपी, आरएसएस या फिर नरेंद्र मोदी को इस मामले में घसीटना ठीक नहीं है। वैसे, इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई तब हुई है, जब एक दिन पहले RSS चीफ मोहन भागवत ने विजयादशमी पर कहा था कि समाज को संविधान के दायरे में रहना चाहिए।