नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 84 उम्मीदवारों की पहली सूची देर रात जारी कर दी। एआईसीसी की ओर से रात 12:35 पर उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए। छह सीटों पर अंबाला कैंट, रादौर, लाडवा, बरवाला, फतेहाबाद और असंध सीट पर सहमति नहीं बन पाई है।

पहली सूची में भजनलाल की बहू व कुलदीप बिश्नोई की पत्नी रेणुका बिश्नोई का नाम शामिल नहीं है। हांसी से उनकी जगह ओमप्रकाश पंघाल को उतारा गया है। पंघाल भी कुलदीप के करीबी हैं। पंचकूला से पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन और अंबाला से जसबीर मलौर को टिकट दिया गया है। अंबाला कैंट से निर्मल सिंह अपनी बेटी चित्रा सरवारा को टिकट दिलाने पर अडे़ हैं। हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर के समर्थक दिन भर दिल्ली में पार्टी कार्यालय पर हंगामा कर विरोध जताते रहे परंतु उनको टिकट में मायूसी मिली।

कांग्रेस ने पहली सूची में रेणुका बिश्नोई को छोड़कर सभी मौजूदा विधायकों को टिकट दिए हैं। राई में कांग्रेस ने आचार संहिता लगने से पूर्व इस्तीफा देने वाले विधायक जयतीर्थ दहिया पर विश्वास जताया है। रेणुका विश्नोई को अब हिसार जिले में बरवाला सीट से ही टिकट मिल सकता है। चूंकि, इस सीट पर अभी प्रत्याशी घोषित होना है। कांग्रेस ने भजनलाल के दोनों बेटों पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई व विधायक कुलदीप बिश्नोई पर विश्वास जताया है। इसके साथ ही बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के दामाद और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव को भी टिकट मिला है।

अंबाला कैंट सीट कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच फंसकर रह गई है। हुड्डा यहां से अपने करीबी पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा को टिकट दिलाना चाह रहे हैं तो सैलजा अपना लोकसभा क्षेत्र होने के कारण अपने नजदीकियों व विश्वासपात्रों को टिकट देना चाह रही हैं। इसलिए कैंट सीट पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है। टिकट वितरण में हुड्डा की चली है और वह अपने करीबियों को टिकट दिलाने में सफल हुए हैं। ऐसे में टिकट वितरण पर उंगली उठा रहे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर की नाराजगी और बढ़ सकती है। तंवर ने टिकट के लिए 80 समर्थकों की सूची हाईकमान को सौंपी थी।