यूपी कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर पदयात्रा निकाली

लखनऊ: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती के अवसर पर उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी द्वारा शहीद स्मारक से जीपीओ, गांधी प्रतिमा तक आयेाजित पदयात्रा का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव एवं प्रभारी उ0प्र0 प्रियंका गांधी वाड्रा ने नेतृत्व किया। पदयात्रा शुरू होने के पूर्व उन्होने शहीद स्मारक पर अमर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने जीवन पर्यन्त सत्य और अहिंसा के लिए अपने आपको समर्पित किया। आज जिस तरह से प्रदेश एवं देश में स्थितियां हैं उससे बहुत स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी को सत्य की राजनीति करना सीखना होगा। भारतीय जनता पार्टी जिस तरह की राजनीति कर रही है उससे प्रदेश में किसान, नौजवान, महिलाएं, व्यापारी सब पूर्णतया निराश हो चुके हैं। उन्होने कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी गांधी जी के सत्य एवं अहिंसा के रास्ते पर चलना चाहती है तो उसको पहले सच्चा होना होगा और झूठ की राजनीति को छोड़ना होगा। उन्होने भाजपा के लिए कहा कि पहले वह सत्य पर चले फिर गांधी जी की बात करे।

श्रीमती गांधी ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था पूर्णतया चरमरा गयी है और अपराधियों के हौसले बुलन्द हैं। प्रदेश में अपराधी विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी के नेता अपराध करने के पश्चात सरकार की शरण में चले जाते हैं और सरकार उनकी शरणदाता बन जाती है। आज जिस तरह से उ0प्र0 में महिलाओं के विरूद्ध अपराध ज्वालामुखी की अग्नि की तरह से बढ़ रहे हैं वह चिन्ता का विषय है। श्रीमती गांधी ने कहा कि शाहजहांपुर की रेप पीड़िता को न्याय दिलाने हेतु कांग्रेस पार्टी संकल्पित है। जिस तरह से योगी सरकार चिन्मयानन्द को बचा रही है और पीड़िता को प्रताड़ित कर रही है वह निश्चित ही चिंता का विषय है। कांग्रेस पार्टी उ0प्र0 में बच्चियों एवं महिलाओं के सम्मान के लिए सड़क पर एक लम्बा संघर्ष करेगी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार को इस विषय पर हर तरह से घेरने का कार्य करेगी। उ0प्र0 में एक नई संस्कृति का जन्म हो गया है जिसमें अपराधी अपराध करने के बाद मजे में रहते हैं और पीड़िता/पीड़ित सरकार के द्वारा दण्डित किये जाते हैं और सरकार द्वारा उनकी आवाज दबा दी जाती है। उन्होने आगे कहा कि जिस तरह से एक रसूखदार व्यक्ति पर सत्ता के करीबी होने के कारण बलात्कार का मुकदमा तक दर्ज नहीं होता और उल्टे पीड़िता को ही जेल भेज दिया जाता है वह शर्मनाक है।

इस पदयात्रा में प्रदेश के हजारों की संख्या में वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस मौन पदयात्रा के प्रति लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अलावा फ्रन्टल संगठनों एवं विभागों/प्रकोष्ठों सेवादल, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, किसान कांग्रेस, अनु0जाति विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, पिछड़ा वर्ग विभाग सहित सभी प्रकोष्ठों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रही।