नई दिल्‍ली : इन दिनों देशभर में गाय को लेकर नेताओं के बयान खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। पिछले दिनों उत्‍तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गाय को ऑक्‍सीजन छोड़ने वाला एकमात्र पशु बताया और यह भी कहा कि इसके आसपास रहने और मालिश करने से सांस से संबंधित बीमारियां ठीक हो जाती हैं तो अब केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने गोमूत्र को गुणकारी बताते हुए यहां तक कहा कि इससे कैंसर जैसे कई रोगों के इलाज के लिए दवाइयां भी तैयार की जाती हैं।

केंद्रीय मंत्री शनिवार को कोयंबटूर के एक अस्पताल में 'कैंसर के खिलाफ जंग' अभियान की शुरुआत के लिए पहुंचे थे, जहां उन्‍होंने कहा कि केंद्र सरकार का आयुष मंत्रालय भी गोमूत्र से दवाइयां तैयार करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्‍होंने यह भी कहा कि सरकार गो-संरक्षण और गोवंश के पालन को लेकर प्रतिबद्ध है और इसके लिए योजना भी बनाई गई है।

देश को कैंसर मुक्त बनाने को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में चौबे ने कहा कि नॉन कम्युनिकेबल डिजीज आज दुनियाभर में चुनौती बन गई है। प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि देश 2030 तक इनसे मुक्त होना चाहता है और स्वास्थ्य मंत्रालय इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है। इस दौरान उन्‍होंने यह भी कहा कि सरकार की आयुष्मान भारत योजना से आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को भी कैंसर जैसी गंभीर और खर्चीली बीमारियों के उपचार में मदद मिल रही है और बड़ी संख्या में लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं।