नई दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा है कि भारत को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आदर्शों से जुड़े मुद्दों पर बहस कर सके और बिना डरे और यह सोचे कि पीएम खुश होंगे या नाराज, अपने विचार रख सके। जोशी ने यह बात कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एस. जयपाल रेड्डी के निधन पर रखे गये एक शोक सभा में कही। जयपाल रेड्डी का निधन 28 जुलाई को हैदराबाद में हो गया था।

इस शोक सभा में उप-राष्ट्रपति वैंकेया नायडू सहित सभी पार्टियों से कई राजनेताओं ने हिस्सा लिया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इसमें शामिल हुए।

मुरली मनोहर जोशी ने रेड्डी के साथ 1990 के शुरुआती दिनों में अपने संबंधों को याद करते हुए कहा बताया कि वे दोनों संपत्ति अधिकार से जुड़े सांसदों के एक फोरम के सदस्य थे। जोशी ने कहा, 'आखिर तक इस मुद्दे पर वह हर स्तर पर अपने विचार रखते रहे, भले ही वे फोरम के सदस्य रहे, जनता पार्टी के सदस्य रहे या फिर कांग्रेस पार्टी के सदस्य रहे, उन्होंने इन मुद्दों पर कभी अपना कदम पीछे नहीं लिया।'

मुरली मनोहर जोश ने कहा, 'मैं ऐसा समझता हूं कि आजकल ऐसे नेतृत्व की बहुत आवश्यकता है जो सिद्धांतों के साथ बेबाकी के साथ और बिन कुछ इस बात के चिंता किये हुए प्रधानमंत्री नाराज होंगे या खुश होंगे, अपनी बात साफ-साफ कहते हैं, उनसे बहस करते हैं।'

जोशी ने कहा कि रेड्डी भी जब इंद्र कुमार गुजराल सरकार में मंत्री बने, वह इस बात पर राजी थे कि फोरम की बात प्रधानमंत्री तक पहुंचाएंगे और जब उनके विचार को माना गया, वह बिना किसी झिझक के साफ शब्दों में कहते कि वह फोरम के प्रस्ताव से सहमत हैं।

मनमोहन सिंह ने इस मौके पर कहा कि रेड्डी अपने पूरे राजनीतिक करियर में हमेशा सही बातों के लिए खड़े हुए और हर उस चीज का विरोध किया जो उन्हें लगता था कि गलत है। मनमोहन सिंह ने कहा, 'भले ही उनकी बातों से कोई खुश हो या नहीं, वह हमेशा अपने विश्वास के साथ गये। एक सांसद के तौर पर उन्होंने अपनी बात को हमेशा रखा।'