आई.आई.एल.एम. एकेडमी ऑफ़ हायर लर्निंग, लखनऊ ने अपना 14वाॅं दीक्षांत समारोह मनाया

लखनऊ: गोमती नगर स्थित आई.आई.एल.एम. एकेडमी ऑफ़ हायर लर्निंग, लखनऊ में 14वाॅं दीक्षांत समारोह आज संस्थान परिसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर संस्थान में व्यापार जगत, मीडिया एवं शैक्षणिक संस्थानों के गणमान्य अतिथि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ। समारोह की मुख्य अतिथि इनस्टिट्यूट आॅंफ कैरियर स्टडीज की संस्थापक एवं निदेशक डा0 अमृता दास तथा विशिष्ट अतिथि के0पी0एम0जी0 के निदेशक सुमित अरोड़ा ने उत्तीर्ण छात्रों को उपाधियों एवं पदक प्रदान किये और समारोह में उपस्थित अतिथियों व छात्रों को सम्बोधित किया।

पी0जी0डी0एम0 एवम एम0बी0ए0 पाठयक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्रों को उपाधि के साथ स्वर्ण, रजत एवम कांस्य पदक भी प्रदान किये गये। पी.जी.डी.एम बैच से रजनीश शर्मा को कुलवन्त राय स्वर्ण पदक, सौरभ अग्रवाल एवं दीक्षा स्वर्णकार को चेयरपर्सन रजत पदक और यामिनी श्रीवास्तव को निदेशक काॅस्य पदक प्रदान किया गया।

एम0बी0ए0 बैच से मानसी श्रीनेत को श्री कुलवन्त राय स्वर्ण पदक, प्रीति सिंह को चेयरपर्सन रजत पदक एवम अब्दुल मन्नान को निदेशक कँास्य पदक प्रदान किया गया। ओवर आल एक्सीलेंस में उत्कृष्ट योगदान के लिये रिषभ रोनाल्ड को स्वर्ण पदक, यशराज श्रीवास्तव को रजत पदक और ऐशवर्या सिंह को काॅस्य पदक प्रदान किया गया। आनन्द शर्मा को सर्वश्रेष्ठ स्काॅप मेंबर चुना गया।

संस्थान की निदेशक डा0 नायला रूश्दी ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि आई.आई.एल.एम. एकेडमी ऑफ़ हायर लर्निंग, लखनऊ छात्रों के सम्पूर्ण विकास के लिए पाठ्यक्रम के अतिरिक्त भी विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम करता रहता है जिससे छात्र वास्तविक जीवन की कठिनाईयों का सामना करने के लिए तैयार हो जाते है तथा सभी छात्रों का अच्छी कंपनियों में शत प्रतिशत प्लेसमेन्ट भी हो जाता है।

दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि इनस्टिट्यूट ऑफ़ कैरियर स्टडीज की संस्थापक एवं निदेशक डा0 अमृता दास ने अपने संबोधन में सभी उत्तीर्ण छात्रों को बधाई दी। उन्होंने छात्रों की सफलता में अभिभावकों और शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उत्तीर्ण छात्रों को यह कहते हुए प्रोत्साहित किया कि अवसरों का ब्रहमांड आपका इंतजार कर रहा है। आपको आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ते भारत का नेतृत्व करना है। अपने विशाल अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने उल्लेख किया कि चैथी औधोगिक क्रांति आर्ट्फिशियल इण्टेलिजेन्स के माध्यम से होगी। आप सभी को भविष्य के लिए तैयार होने के लिए सभी आवश्यक कौशल हासिल करने होंगे। उन्होंने सभी स्नातक छात्रों को एक राजा के बारे में कहानी सुनाकर बहुत मूल्यवान सबक दिया और कहा कि हर दिन आपको अपने आप से कुछ सवाल पूछना होगा: मैं कौन हूँ? मैं कहां हूँ? मैं कहँा जाना चाहता हूँ? और मैं वहां कैसे पहुंचूंगा? उन्होने कहा कि यह एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग, डिजाइन थिंकिंग और इमोश्नल इंटेलिजेन्स का युग है। आपको विषय का गहन ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता है।
टेक्नोलाॅजी के इस युग में आप सभी को सेल्फ स्मार्ट और पीपुल स्मार्ट बनने की आवश्यकता है। तकनीक और इंटरनेट का बहुत अधिक उपयोग आपको अपने भविष्य के लिक्ष्य से विचलित नहीं करना चाहिए। उन्होंने यह कहकर अपना सम्बोधन समाप्त किया कि प्रत्येक छात्र को ‘‘मैं कर सकता हूँ़’’ रवैया विकसित करना चाहिए। अगर आप सपना देख सकते है, तो आप उसे पूरा भी कर सकते है।

दीक्षांत समारोह के विशिष्ट अतिथि के0पी0एम0जी0 के निदेशक सुमित अरोड़ा ने अपने सम्बोधन मे सभी उत्तीर्ण छात्रों को उनकी प्रबन्धन की डिग्री पूरी करने के लिए बधाई दी। उन्होंने दीक्षान्त समारोह में माता-पिता की उपस्थिति की भी प्रशंसा की। अपने कारपोरेट अनुभव को साधा करते हुए श्री सुमित ने कहा कि वास्तविक लनिैंग काम करने के साथ शुरू होती है आप फ़ील्ड पर काम करते समय बहुत सारे कौशल सीखेंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक छात्र को फील्ड पर जाना चाहिए और अपना समय मार्केटिंग एवं सेल्स के लोगों के साथ बिताना चाहिए – यदि आप बाजार की जरूरतों को समझने में सक्षम है, तो आप किसी भी डोमेन में एक बेहतर प्रबंधक हो सकते है। उन्होंने उत्तीर्ण छात्रों से कहा कि आप अपने कार्य जीवन में पक्षपात और संगठनात्मक राजनीति की कठिन परिस्थितियों को सामना करेगें और इन सभी नकारात्मक शक्तियों को तोड़ने के लिए काम ही एकमात्र तलवार है। अपने प्रबंधक से अपेक्षा न रखें। आपने काम पर ध्यान दे और अपनी क्षमताओं के अनुसार इसे करते रहे, आपका काम ही आपके लिए इनाम लेकर आयेगा। उन्होंने छात्रों की सफलता में शिक्षकों और अभिभावकों के सहयोग की सराहना की। उन्होंने सभी उत्तीर्ण छात्रों के माता-पिता को सलाह दी कि आप उन्हें जोखिम लेने दें और वे नई ऊँचाईयों पर पहुंचेगे।
संस्थान की डीन डा0 शीतल शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया, अन्त में कार्यक्रम की मुख्य को-आर्डिनेटर डा0 ज्योतिश्री पाण्डे ने धन्यवाद ज्ञापति किया। दीक्षांत समारोह का संचालन आई.आई.एल.एम. लखनऊ की छात्राओं जूही शुक्ला एवं प्रगति सक्सेना ने किया।