नई दिल्ली: सुब्रोतो कप अंतराष्ट्रीय फ़ुट्बॉल टूर्नामेंट, राजधानी दिल्ली में 20 अगस्त से शुरू होने जा रही है। यह साल इस प्रतियोगिता का डायमंड जूबिली अध्याय होगा जिसमें अब तक की सबसे ज़्यादा 112 टीमों के भाग लेने की पुष्टि हुई है। ये प्रतियोगिता तीन श्रेणीओं में खेली जाती है- सब-जुनियर बॉयज (U-14 ) और जुनियर (U-17 ) बॉज़ तथा गर्ल्ज़। इस साल के प्रतोयोगिता में 16 अंतराष्ट्रीय टीम भी भाग लेंगी।

इस मौक़े पर न्यू दिल्ली स्थित एयर फ़ोर्स स्टेशन में आयोजित पत्रकार समारोह में बोलते हुए ग्रूप कैप्टन दीपक अहलुवलिया, ऑनरेरी सेक्रेटेरी, सुब्रोतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सॉसायटी, ने कहा की डायमंड जूबिली अध्याय के मद्दे नज़र सुब्रोतो कप में मिलने वाली पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी की गयी है।

जहाँ तीनो श्रेणीओं के विजेता और उप-विजेता की राशि में पचास हज़ार रुपयों तक की बढ़ोतरी की गयी है वही सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी तथा सर्वश्रेष्ठ गोल कीपर की राशियों को 40,000 रुपयों से बढ़ा कर50 ,000 रुपये कर दी गयी है। इस तरह से अब सुबजनीयोर बॉज़ के विजेता टीम को तीन लाख रुपयों की राशि और उप-विजेता को 1 ,75 ,500 रुपयों की राशि मिलना तय है जबकि विभाग के बॉयज और गर्ल्ज़ के विजेता टीम को चार लाख रुपयों की राशि तथा उप-विजेता टीमों को रुपयों की धनराशि प्राप्त हो सकती है।

अंबेडकर स्टेडियम, नई दिल्ली सेमीफाइनल और फाइनल सहित नॉक आउट खेलों की मेजबानी करेगा, जबकि राउंड रॉबिन गेम दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्य मैदानों में खेले जाएंगे।

कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए एयर मार्शल बापट ने कहा, “हमारे लिए यह 60 वे अध्याय की मेज़बानी करना बहुत ही गर्व का मौक़ा है। भारतीय वायु सेना हमेशा से ही मानव समाज के विकास में खेल-कूद के योगदान को अहम मानती है। फ़ुट्बॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है इसमें कोई शक नहीं। हम वायु सेना वाले भी इस खेल को उतना ही दिलो-जान से चाहते है। इस वजह से पीचले 59 साल से इस प्रतियोगिता की मेज़बानी करने में हमें गर्व है। इस प्रतियोगिता की बढ़ती विश्व-व्यापी लोकप्रियता इस बात से पता चलता है की इसमें खेलने वाले टीमों की संख्या में हर साल बढ़ोतरी होती देखी गयी है।

भारत की महिला टीम की पूर्व कैप्टन दलिमा छिब्बर ने अपनी बात रखते हुए कहा, “आज मेरे लिए बहुत गर्व का दिन है। सुब्रोतो कप की इज़्ज़त फ़ुट्बॉल जगत में जग-ज़ाहिर है और इसका रुतबा हर साल बढ़ता ही रहा है। भारत में फ़ुट्बॉल की बढ़ती लोकप्रियता और अगले साल हमारे देश में खेले जाने वाले FIFA U-17 वोमेंस वर्ल्ड कप को ज़हन में रखते हुए इस बात की ज़रूरत है की युवा पीढ़ी को इस खेल से जोड़ने वाली ऐसी प्रतियोगिताओं का ज़्यादा से ज़्यादा आयोजन किया जाना चाहिए। यही वो मंच है जिनके सहारे भविष्य के प्रतिभाओं को उभरने का मौक़ा मिलता है और भारतीय फ़ुट्बॉल को ऐसे युवाओं की ज़रूरत है जो खेल को सकारात्मक तरीक़े से प्रभावित कर सके। मुझे यक़ीन है की हमेशा की तरह सुब्रोतो कप इस साल भी हमारे नयी पीढ़ी के प्रतिभाओं को निकाल के लाने का काम करेगा।”

राउंड-रॉबिन चरण के खेल न्यू वेलिंटॉन कैम्प ग्राउंड (रेस कोर्स रोड), सुब्रोतो पार्क फ़ुट्बॉल ग्राउंड, फ़ुट्बॉल स्टेडीयम (ईस्ट विनोद नगर, पटपड़गंज), जी.डी. गोयेनका इंटर्नैशनल स्कूल तथा पैथ्वेज़ वर्ल्ड स्कूल (गुरूगरम) में खेले जाएँगे।