महर्षि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन

लखनऊ: आईआईएमरोड लखनऊ स्थित महर्षि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक सत्र की कक्षाएं मंगलवार से प्रारम्भ हुयीं। नए सत्र के विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के लिए विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती एवं महर्षि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर हुई।

विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में विश्वविद्यालय के कुलपति भानू प्रताप सिंह ने नवप्रवेशित विद्याथिर्यों को सम्बोधित करते हुये कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण के साथ ही उन्हें सक्षम पेशेवर भी बनाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को नकारात्मक विचारों से दूर रहने की सलाह दी।

वहीं कार्यक्रम में उपस्थित कुलसचिव अखण्ड प्रताप सिंह ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि छात्र जीवन की सफलता व विद्यार्थियों तथा अभिभावकों द्वारा निर्धारित लक्ष्य को तभी हासिल किया जा सकता है, जब छात्र-छात्राएं अनुशासित रह कर अपना छात्र जीवन व्यतीत करें। उन्होंने विद्यार्थियों को सन्देश देते हुये कहा कि जीवन में छोटी-मोटी समस्याएं अवश्य आती हैं लेकिन इन पर गम्भीर होने के बजाय शिक्षा कार्य में मन लगाना उज्जवल भविष्य के लिए सकारात्मक भूमिका निभाता है।

ओरिएंटेशन कार्यक्रम में मुख्य रुप से सीईओ संजीव श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी सपन अस्थाना, शैलेन्द्र सिंह चौहान, प्रो0 एनके चतुर्वेदी, प्रो0 विनय यादव, प्रो0 मधूलिका सिंह, प्रो0 एचके द्विवेदी, एवं प्रो0 सिन्धुजा मिश्रा सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राएं व अभिभावकगण मौजूद रहे।

नए चेहरों में नई शुरुआत को लेकर दिखी चमकः महर्षि विश्वविद्यालय में स्नातक/परास्नातक पाठ्यक्रम में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं में अपने नए कैरियर को लेकर काफी खुशी चेहरे पर झलक रही थी। स्नातक कामर्स में प्रवेश लेने वाली छात्रा नेहा ने बताया कि उसे बेहद खुशी है कि उसे महर्षि विश्वविद्यालय में प्रवेश मिला है। अभी लक्ष्य की राह पर पहला कदम है। अभी बहुत मेहनत करनी है। वहीं छात्र दीपक ने कहा कि स्कूल कालेज के बाद अब विश्वविद्यालय जैसे बड़े शिक्षा संस्थान में पढ़ाई करना गर्व का विषय है। बड़ा कैम्पस है, गुरुजनों के साथ ही सीनियर्स की मदद भी मिलेगी। दिन-रात मेहनत करुंगा जिससे अपने लक्ष्य को पाकर अपने माता पिता के सपनों को पूरा कर सकूं।