नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) को बड़ा झटका देते हुए उनके खिलाड़ियों को भारत में बीसीसीआई द्वारा आयोजित घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में खेलने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। एसीबी के अनुरोध को प्रशासकों की समिति (सीओए) ने यह कहते हुए ठुकरा दिया कि अफगान खिलाड़ियों को भारत में घरेलू क्रिकेट खेलने की अनुमति देना उनके लिए संभव नहीं है।

इससे पहले भी बीसीसीआई ने अफगानिस्तान के उस अनुरोध को ठुकरा दिया था जिसमें एसीबी ने 2018 में अफगानिस्तान प्रीमियर लीग को भारत में आयोजित कराने का अनुरोध किया था, बीसीसीआई ने ये अनुरोध इसलिए ठुकरा दिया था क्योंकि ग्रीष्मकाल में बीसीसीआई आईपीएल का आयोजन कराती है। एसीबी के इस अनुरोध को ठुकराने के बाद अफगानिस्तान प्रीमियर लीग 2018 में शारजाह में आयोजित की गई थी।
हाल ही में संपन्न ICC विश्व कप 2019, अफगान टीम के लिए एक बुरा सपना था जिसे वे जल्द से जल्द भूलना चाहेंगे। विश्व कप 2019 में उन्हें एक मजबूत टीम नहीं माना जा रहा था, लेकिन उनसे एक-दो उलटफेर की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन, गुलबद्दीन नाईब के नेतृत्व वाली अफगान टीम विश्व कप का एक भी मैच नहीं जीत पाई और उसे सभी 9 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, अफगानिस्तान ने भारत, वेस्टइंडीज और श्रीलंका जैसी टीमों को कड़ी टक्कर दी, लेकिन जीतने में सफल नहीं हो सके।

विश्व कप से बाहर निकलने के बाद, राशिद खान को कप्तान के रूप में नियुक्त किया गया है, जबकि असगर अफगान को सभी प्रारूपों में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का उप-कप्तान बनाया गया है। भारतीय बोर्ड ने हमेशा अफगानिस्तान की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है। BCCI की उन प्रयासों के लिए प्रशंसा की जानी चाहिए, जो उन्होंने क्रिकेट के खेल में अफगानिस्तान को बढ़ाने में मदद करने के लिए किए हैं। पिछले साल अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ शफीक स्टानिकजई ने कहा था कि बीसीसीआई ने अफगानिस्तान में क्रिकेट को बेहतर बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।

स्टानिकजई ने कहा, 'बीसीसीआई की भूमिका वास्तव में बहुत अधिक रही है। चूंकि हम भारत आ गए हैं, इसलिए टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। अफगानिस्तान के खिलाड़ी भारतीय परिस्थितियों से तालमेल बिठाने में सफल रहे हैं। बीसीसीआई से हमें जो समर्थन मिला है, वह महत्वपूर्ण है।'

आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम (लखनऊ) अफगानिस्तान का नया घर है। इससे पहले देहरादून और ग्रेटर नोएडा दो वेन्यू थे, जिसमें टीम खेलती थी, लेकिन एसीबी के अनुरोध पर वेन्यू बदल दिए गए। अफगानिस्तान ने अपना पहला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ बैंगलोर में खेला था।