नई दिल्ली: गोवा में कांग्रेस के 10 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद गोवा सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। कांग्रेस के 3 बागी विधायकों सहित 4 लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली है। 40 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी के अब 17 से 27 विधायक हो गए हैं। गोवा में हुए राजनीति घटनाक्रम को लेकर बीजेपी के नेता भले ही इसे सफलता मान रहे हों लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ता इससे खुश नहीं हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक से जुड़े बीजेपी के कार्यकर्ता सुमंत जोगलेकर का कहना है कि वह इस घटनाक्रम से हताश निराश हैं। मैं कांग्रेस के विधायकों को कैबिनेट में शामिल करने के पक्ष में नहीं था। मेरे पिता गोवा में आरएसएस के संस्थापक सदस्यों में से थे। मैं अपने सिद्धांतों समझौता के लिए राजी नहीं हूं। मैं इस फैसले के खिलाफ हूं।

लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा को वोट देने वाले वरिष्ठ पत्रकार अरविंद तेंगसे का कहना है कि वह कांग्रेस के विधायकों के अचानक से बीजेपी में शामिल होने से खुश नहीं है। कांग्रेस के नेता बाबुश मोनसेरेटे के बीजेपी में शामिल होने पर अरविंद को आपत्ति है, उनका कहना है कि दो महीने पहले उपचुनाव में बीजेपी ने बाबुश मोनसेरेटे का विरोध किया था लेकिन अब उन्हें बीजेपी में शामिल कर लिया गया है। बाबुश मोनसेरेटे पर रेप के आरोप हैं।

अरविंद का कहना है कि जिन महिलाओं ने भाजपा का समर्थन किया था वह भी इस फैसले से नाखुश हैं। सभी को बाबुश मोनसेरेटे के बारे में पता है। उनके खिलाफ रेप का एक मामला चल रहा है और इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल की गई है।इसके बावजूद उन्हें बीजेपी में शामिल किया गया और कैबिनेट में जगह दी गई। 52 साल के एक कांग्रेस कार्यकर्ता फ्लोरिना कोलाको भी इस घटना से नाराज हैं उनका कहना है कि हमने जिसके लिए मेहनत की वो एकदम से दूसरी ओर चले गए। ये दलबदलू लोग अगली बार चुनाव नहीं जीतेंगे।