तेहरान: अमेरिका के साथ तनातनी के बीच ईरान ने कहा है कि उसकी जितनी मर्जी होगी वह उतनी मात्रा में यूरेनियम संवर्धन करेगा और यह काम वह रविवार को एक बार फिर से शुरू करने जा रहा है। ईरान का यह बयान अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्‍होंने कहा था कि 'तेहरान आग से खेल रहा है।'

अमेरिकी राष्‍ट्रपति की यह टिप्‍पणी ईरान के यह कहे जाने के बाद आई थी कि उसने उस निर्धारित सीमा से अधिक मात्रा में यूरेनियम का संवर्धन कर लिया है, जो अमेरिका और पांच अन्‍य देशों के साथ 2015 के परमाणु समझौते में तय की गई थी। उसने यह भी कहा कि इस समझौते से अमेरिका के पीछे हटने और उसके 'अत्याधिक दबाव' के कारण यह खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है।

इस पर ट्रंप ने ईरान को आगाह करते हुए कहा था, 'उन्हें पता है वह क्या कर रहे हैं। उन्हें पता है वह किसके साथ खेल रहे हैं और मुझे लगता है वह आग के साथ खेल रहे हैं।' उन्‍होंने यह भी कहा था, 'ईरान को धमकी देते हुए सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि इसके परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं। इतने गंभीर, जितना पहले कभी नहीं थे।' अमेरिकी राष्‍ट्रपति की इस चेतावनी के बाद अब ईरान ने कहा है कि यूरेनियम संवर्धन के मामले में वह अपनी मर्जी से चलेगा, इस मामले में वह किसी पाबंदी को नहीं मानेगा।

ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने दो टूक कहा कि उनका देश जितना चाहेगा, उतनी मात्रा में यूरेनियम का संवर्धन करेगा और 7 जुलाई (रविवार) से इसका स्‍तर 3.67 प्रतिशत नहीं रह जाएगा। उनके इस बयान को सीधे तौर पर 2015 के पी5+1 देशों के साथ उसके समझौते के तहत निर्धारित शर्तों के उल्‍लंघन के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें इस पर पाबंदी लगाई गई थी कि ईरान 3.67 प्रतिशत से अधिक यूरेनियम का संवर्धन नहीं करेगा, क्‍योंकि यह परमाणु बिजली संयंत्रों के लिए पर्याप्त है, जबकि हथियार बनाने के लिए 90 प्रतिशत यूरेनियम संवर्धन की आवश्यकता होती है। सुरक्षा परिषद के 5 स्‍थाई सदस्‍यों और जर्मनी के साथ हुए इस समझौते में ईरान पर 300 किलोग्राम से ज्यादा यूरेनियम का भंडारण नहीं करने की भी पाबंदी लगाई गई थी।