नई दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य नेताओं ने डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दिया। उन्हें बीजेपी हेडक्वार्टर में श्रद्धांजलि दी गई। श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु आज ही के दिन 23 जून 1953 को हुई थी।

जेपी नड्डा ने कहा कि पूरा देश श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत की जांच की मांग कर रहा था लेकिन पंडित जवाहर लाल नेहरू ने जांच का आदेश नहीं दिया। इतिहास इसका गवाह है। डॉक्टर श्यामा प्रसाद का त्याग कभी भी बेकार नहीं जाएगा। बीजेपी इसके कारणों का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध है।

डॉक्टर श्यामा प्रसाद की मौत स्वाभाविक थी या साजिश। यह अभी तक विवाद बना हुआ है। कहते हैं कि एक ही देश में दो झंडे और दो निशान श्यामा प्रसाद मुखर्जी को स्वीकार नहीं थे। इसके लिए कश्मीर के भारत में विलय के लिए उन्होंने प्रयत्न प्रारंभ कर दिए। इसके लिए उन्होंने जम्मू की प्रजा परिषद पार्टी के साथ मिलकर आंदोलन के कर्ताधर्ता भी रहे।