नई दिल्ली: भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने लोकसभा में सदस्य के रूप में शपथ ले ली है. प्रज्ञा सिंह ठाकुर के शपथ ग्रहण के दौरान लोकसभा में हंगामा भी हुआ. प्रज्ञा जैसे ही शपथ लेने पहुंचीं, विपक्ष ने उनके नाम को लेकर आपत्ति जताई. विपक्षी खेमे की तरफ से हंगामा हुआ. दरअसल प्रज्ञा ठाकुर ने संस्कृत में शपथ ली. जैसे ही उन्होंने संस्कृत में अपने नाम का उच्चारण किया, विपक्ष ने इसका जबरदस्त विरोध किया और कहा कि वे सिर्फ अपने नाम का ही उच्चारण करें.

भोपाल में चुनाव के समय ही प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहकर खलबली मचा दी थी. इसके विपक्ष ने बीजेपी को जमकर घेरने की कोशिश की थी. प्रज्ञा के इस बयान पर खुद पीएम मोदी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो कभी प्रज्ञा को माफ नहीं कर पाएंगे.

इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बहुत बड़ा दांव खेला था. पार्टी ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को इस सीट पर भेजा था, जिससे सूखा समाप्त किया जा सके. दिग्विजय सिंह राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. माना जाता है कि आज भी मध्य प्रदेश की राजनीति में दिग्विजय सिंह की दखल काफी ज्यादा है. लेकिन बीजेपी की प्रज्ञा ठाकुर के आगे दिग्विजय का कोई भी दांव नहीं चला. भोपाल सीट पर उन्हें बुरी हार का सामना करना पड़ा.