हमीरपुर : भारतीय जनता पार्टी के सदर विधायक अशोक चंदेल की विधानसभा सदस्यता समाप्त हो गई है. सामूहिक हत्याकांड मामले में आजीवन कारावास की सजा के चलते उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त हुई है. फिलहाल, अशोक चंदेल जेल में बंद हैं. अशोक चंदेल की सदस्यता समाप्त होते ही अब उत्तर प्रेदश में विधानसभा की 12 सीटें रिक्त हो गई हैं.

बता दें कि 22 साल पहले 26 जनवरी 1997 को राजीव शुक्ला के दो भाई व एक भतीजे सहित पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस सामूहिक हत्याकांड में 19 अप्रैल को हाई कोर्ट ने अशोक चंदेल सहित नौ लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इसके बाद स्थानीय अदालत ने आठ लोगों के खिलाफ हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. साथ ही कोर्ट ने पुलिस को 13 मई तक न्यायालय में पेश करने का आदेश भी दिया था. इसके बाद से पुलिस इन सभी दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी शुरू कर दी थी.

इसके बाद 14 मई को बीजेपी विधायक अशोक चंदेल ने फिल्मी अंदाज में कोर्ट में सरेंडर किया था. कोर्ट में सरेंडर करते वक्त उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक थे. उन्होंने अपने समर्थकों के साथ ‘शोड शो’ की तरह कोर्ट में सरेंडर किया था. इस दौरान उनके समर्थकों ने कोर्ट के अंदर जमकर नारेबाजी की थी. वहीं, विधायक के कोर्ट में सरेंडर की आशंका के चलते पूरे क्षेत्र में पुख्ता सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. पूरे इलाके को छावनी तब्दील कर दिया गया था. तब सरेंडर करने के दौरान विधायक के समर्थकों और पुलिस के बीच धक्का- मुक्की भी हुई थी.