नई दिल्ली: शनिवार को कांग्रेस संसदीय पार्टी की दिल्ली में चल रही बैठक में सर्वसम्मति से सोनिया गांधी को अध्यक्ष चुन लिया गया है। इस मीटिंग में कांग्रेस पार्टी की हार के कारणों पर भी मंथन किए जाने की खबर मिल रही है। माना जा रहा था कि अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े रहते हैं तो उन्हें लोकसभा का नेता चुना जा सकता है। लेकिन फिलहाल सोनिया गांधी इस पद पर बनी रहेंगी। राहुल गांधी के भविष्य पर संशय बरकरार है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि सोनिया गांधी एख बार फिर संसदीय पार्टी की अध्यक्ष चुनी गई हैं। उन्होंने देश के 12 करोड़ वोटरों का आभार जताया और शुक्रिया अदा किया है। सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रखा।
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के नेता का पद लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे के पास था। इस बार लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पार्टी के 52 नए सांसदों के साथ यह पहली बैठक है। इस बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि हमें आक्रामक बने रहना होगा। उन्होंने कहा कि 52 सांसद इंच-इंच की लड़ाई लड़ेंगे।
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी । ऑक्सीजन प्लांट में ब्लास्ट हो गया। जिसमें की एक…
भाजपा ने भारत गणराज्य की आर्थिक सम्प्रभुता को पहुंचाई क्षति, हारना जरूरीसमाज के मैत्रीभाव को…
बाराबंकी मे गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया के समर्थन में जनसभा का आयोजन। ब्यूरो चीफ फहीम…
02 जून को आएँगी ग़ाज़ी मियां की प्रतीकात्मक बारातें भारत नेपाल के सीमावर्ती जनपद उत्तरप्रदेश…
छात्रों को सीखने के अवसर और अन्वेषण कार्यो की जानकारी भी हासिल हो रही है…
2024 के आम चुनाव पर दुनिया भर की निगाहें लगी हुई है . इसके पीछे…