नई दिल्ली: राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मसौदे में प्रस्तावित स्कूलों में तीन भाषा के फार्मूले पर विवाद के बाद सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि किसी पर भी कोई भाषा थोपने का कोई इरादा नहीं है और कहा कि केंद्र सभी भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना चाहता है। इसे समिति द्वारा तैयार किए गए मसौदे के रूप में कहते हुए, उन्होंने आगे कहा कि जनता से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद सरकार द्वारा निर्णय लिया जाएगा।

जावड़ेकर ने आगे जोर देकर कहा कि मोदी सरकार ने हमेशा सभी भारतीय भाषाओं को बढ़ावा दिया है और स्पष्ट किया है कि किसी भी भाषा को किसी पर भी थोपने का कोई इरादा नहीं है साथ ही कहा कि केंद्र सरकार ने सभी भाषाओं को बढ़ावा दिया है।

वहीं इसपर एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल ने कहा, 'जनता का फीडबैक मांगा जाएगा, यह गलतफहमी है कि यह एक नीति बन गई है। किसी भी राज्य पर कोई भाषा लागू नहीं की जाएगी।'