प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की 17 जून से प्रस्तावित पीसीएस तथा एसीएफ एवं आरएफओ मुख्य परीक्षा 2018 स्थगित कर दी गई है। सचिव जगदीश की ओर से गुरुवार को जारी नोटिस में अपरिहार्य कारणों से परीक्षा स्थगित करने की बात कही गई है। वैसे यह निर्णय कोलकाता के प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक कुमार कर के पास पीसीएस 2018 मुख्य परीक्षा का पेपर मिलने के बाद लिया गया है।

राजकीय विद्यालयों की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के सामाजिक विज्ञान व हिन्दी विषयों के पेपर आउट होने की एफआईआर वाराणसी के चोलापुर में दर्ज होने के बाद मंगलवार की रात और बुधवार को आयोग में एसटीएफ की छापेमारी ने एक बार फिर इस संस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। एसटीएफ पेपर आउट मामले में प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक और आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार के बीच रुपयों के लेनदेन के आरोपों की जांच कर रही है।

इस मामले में गिरफ्तार एकमात्र आरोपी कौशिक कुमार कर के पास एसटीएफ के अफसरों को पीसीएस 2018 मुख्य परीक्षा के 53 सेट पेपर बरामद हुए थे। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने गुरुवार के अंक में ही इस बात का खुलासा करते हुए गोपनीयता भंग होने के कारण पीसीएस 2018 मेन्स के आयोजन पर संशय जताया था, जो सही साबित हुआ।

प्रयागराज। पीसीएस तथा एसीएफ एवं आरएफओ मुख्य परीक्षा 2018 स्थगित होने के साथ ही चार लाख प्रतियोगी छात्रों के सपनों पर ग्रहण लग गया है। मुख्य परीक्षा 17 जून से प्रयागराज और लखनऊ के केंद्रों पर होनी थी। लेकिन पेपर लीक का विवाद सामने आने के बाद परीक्षा टाल दी गई है। आयोग के सचिव जगदीश ने नोटिस में लिखा है कि मुख्य परीक्षा का अगला कार्यक्रम की सूचना यथा-समय दी जाएगी, लेकिन वह कब होगा यह किसी को पता नहीं। पीसीएस तथा एसीएफ एवं आरएफओ प्री 2018 परीक्षा 28 अक्तूबर 2018 को प्रदेश के 29 जिलों में बनाए गए 1381 परीक्षा केंद्रों पर हुई थी। कुल पंजीकृत 635844 परीक्षार्थियों में से 62.42 प्रतिशत परीक्षा में शामिल हुए थे। पीसीएस के 988 पदों पर मुख्य परीक्षा के लिए 19096 तथा एसीएफ और आरएफओ के 92 पदों के लिए 2245 अभ्यर्थियों को सफल किया गया था