नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी की करारी हार को लेकर अपनी पार्टियों की नीतियों की आलोचना की है। एक इंटरव्यू में थरूर ने कहा, कांग्रेस ने मोदी फैक्टर और मोदी कल्ट को नजरअंदाज किया है। साथ ही थरूर ने बोले कांग्रेस ने न्यूनतम आय योजना (NYAY) का ऐलान देर से किया है। भले ही शुरुआत तो बड़े जोर-शोर से की, लेकिन इसे जन-जन तक पहुंचाने में नाकाम रही।

शशि थरूर ने कहा, बीजेपी एक ग्रेट मार्केटिंग एजेंसी है। वह मोदी के राष्ट्रवाद को बेचने में सक्षम हैं लेकिन आगामी विधानसभा चुनावों में यह काम नहीं करने वाला। कांग्रेस एक विकल्प के रूप में उभरेगी।

केरल के तिरुअनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने कहा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा में कांग्रेस पार्टी का नेता पद की पेशकश करती है तो वह इस दायित्व को निभाने के लिए तैयार हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में थरूर ने बीजेपी के के. राजशेखरन को 99989 वोटों से शिकस्त दी। लोकसभा चुनाव 2014 कांग्रेस को सिर्फ 44 सीटें मिली थीं जबकि इस बार सीटों की संख्या बढ़कर 52 हो गई है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के लिए 10 फीसदी सदस्य यानि 55 सांसदों की जरूरत होती है। पिछली बार कांग्रेस को यह पद नहीं मिला था लेकिन लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बने थे। कर्नाटक से चुनाव लड़ने वाले खड़गे इस बार हार गए हैं।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े होने की खबरों के बीच शशि थरूर ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी से कांग्रेस को बाहर निकालने के लिए राहुल सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को ‘ख़त्म’ मान लेना बहुत जल्दबाजी होगी क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी अभी सक्रिय है और अपनी मौजूदगी बनाए हुए है। तिरूवनंतपुरम से लगातार तीसरी बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए थरूर ने कहा कि पार्टी के पास हाथ पर हाथ रखकर बैठने का समय बिल्कुल नहीं है और अब उसे आगामी विधानभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाना चाहिए।