नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद तृणमूल कांग्रेस पार्टी के करीब 20 पार्षद भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए दिल्ली आए हुए हैं. इनका कहना है कि हमें ममता से नाराजगी नहीं है, लेकिन बंगाल में लोग भाजपा को पसंद कर रहे हैं. इनमें शामिल गरिफा से टीएमसी पार्षद रूबी चटर्जी ने बताया, 'दिल्ली में 20 पार्षद आए हुए हैं. हम ममता जी से नाराज नहीं हैं, लेकिन बंगाल में हालही भाजपा की जीत ने हमें उसके साथ जुड़ने के लिए प्रभावित कर दिया. लोग भाजपा को पसंद कर रहे हैं, क्योंकि वे उनके लिए काम कर रहे हैं.'

बता दें, पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 18 सीटें जीती हैं, वहीं टीएमसी को 22 और कांग्रेस को दो सीटें मिली हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार करते हुए कहा था कि ममता बनर्जी की टीएमसी के 40 विधायक लगातार उनके संपर्क में हैं और वे चुनाव के बाद भाजपा में शामिल हो जाएंगे.

वहीं, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी संगठन के पुनर्गठन के मकसद से तृणमूल कांग्रेस अपने नाराज नेताओं से संपर्क साध रही है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, 'हम ऐसा नेताओं और कार्यकर्ताओं तक पहुंच रहे हैं, जो कुछ कारणों से निष्क्रिय हो गए हैं. हम हर किसी को पार्टी में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं.' कोलकाता के महापौर और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फरहाद हकीम ने रविवार को शहर के पूर्व महापौर सोवन चटर्जी से मुलाकात की, जिन्होंने सक्रिय राजनीति से विश्राम ले लिया है.

उन्होंने चटर्जी से पार्टी में लौटने और संगठन की जिम्मेदारी देखने को कहा है. हालांकि चटर्जी ने इस बाबत कोई भी वादा नहीं किया है. तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्षों ने नाराज नेताओं से मुलाकात की है और उनसे ''गलतफहमियों'' को भूलाकर पार्टी में वापस आने का आग्रह किया है. इसी बीच इस तरह की खबरें मिल रही हैं कि तृणमूल कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं.