नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेदेपा प्रमुख एन चन्द्रबाबू नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और राकांपा प्रमुख शरद पवार समेत विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं के साथ रविवार को दूसरे दौर की बातचीत की। इस बातचीत का मकसद केन्द्र में गैर-भाजपाई सरकार के गठन के लिए समर्थन जुटाना है। बता दें कि चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी। अब लखनऊ से वापस आकर तेदेपा प्रमुख ने दूसरी बार राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात की है।

नायडू शुक्रवार को दिल्ली आए थे और उन्होंने दिल्ली में राहुल गांधी, एनसीपी मुखिया शरद पवार और लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव के साथ मुलाकात कर गैर-भाजपाई सरकार के गठन को लेकर चर्चा की। इसके बाद नायडू दिल्ली से लखनऊ पहुंचे, जहां उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती से भी मुलाकात की। अब एक रविवार को नायडू फिर से दिल्ली पहुंचे हैं। आज हो रही इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। सपा, बसपा अभी तक खुलकर विपक्षी गठबंधन के पक्ष में नहीं आए हैं।

नायडू यह प्रयास इसलिये कर रहे हैं ताकि राजग के बहुमत के आकंड़े तक नहीं पहुंचने की सूरत में गैर राजग दलों को एक मंच पर लाकर अगली सरकार के गठन का दावा पेश किया जा सके। तेदेपा प्रमुख नायडू इससे पहले भी विपक्ष के विभिन्न नेताओं के साथ कई दौर की बातचीत कर चुके हैं। इनमें तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी शामिल हैं। चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा इससे पहले राजग सरकार का ही हिस्सा थी, लेकिन मतभेद के चलते तेदेपा ने राजग से समर्थन वापस ले लिया था।

कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों को उम्मीद है कि 23 मई को उनकी सरकार बनेगी। यही वजह है कि विपक्षी पार्टियां नतीजों से पहले ही गठबंधन की रुपरेखा तैयार करने में जुटी हैं। वहीं चंद्रबाबू नायडू इस गठबंधन को परिणिति तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यही वजह है कि वह घूम-घूम कर विपक्षी पार्टियों और नेताओं को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं।