श्रेणियाँ: उत्तर प्रदेश

जब नीयत ही साफ़ नहीं तो गंगा कैसे साफ़ होगी

बनारस में अखिलेश का मोदी पर हमला

वाराणसी: वाराणसी के सीरगोवर्धन में गुरुवार को गठबंधन की सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने काशी की समस्याअों को लेकर पीएम मोदी पर जबरदस्त हमला किया। अखिलेश ने कहा कि पिछले चुनाव में गंगा मैया की कसम खाई थी कि हम तुम्हें साफ कर देंगे। जिनकी नीयत साफ नहीं है, वह गंगा मैया को साफ नहीं कर सकते। हमारे नाव चलाने वालों को धोखा दे दिया। उन्हें परेशानी में डाल दिया। अखिलेश ने कहा कि यह धोखा देने वाली सरकार है। इन्होंने बनारस को भी धोखा दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि बनारस को क्योटो बना देंगे। लेकिन कुछ नहीं हुआ।

अखिलेश ने सीएम योगी पर हमला करते हुए कहा कि वह बनारस को 24 घंटे बिजली देने का दावा करते हैं, लेकिन 24 घंटे बिजली देने का काम हम लोगों ने किया है। अखिलेश ने भाजपा के पूर्व विधायक श्याम देव राय चौधरी का नाम लिये बगैर कहा कि हमारे बुजुर्ग विधायक बनारस में 24 घंटे बिजली के लिए धरने पर बैठ गए थे। हमें पता चला तो उन्हें बुलाया अौर उनकी मांग पूरी की। उस दिन के बाद लगातार बनारस को 24 घंटे बिजली मिली है। तब उन्होंने वादा किया था कि यूपी का बिजली का कोटा बढ़ाएंगे लेकिन नहीं बढ़ाया। जिन्होंने बनारस को 24 घंटे बिजली दिलाई उस विधायक का भी टिकट काट दिया। उन्हें भी धोखा दे दिया।

अखिलेश ने कहा कि बनारस में यहां न जाने कितने प्राचीन मंदिर तोड़ दिये गए। हमारी विरासत को खत्म कर दिया। स्वच्छ भारत का सपना दिखाकर पैर धोए और नौजवानों की नौकरियां धो दी। बनारस की गलियों का हाल खराब कर दिया। नाविकों के साथ भी धोखा किया। इन्होंने गंगा साफ करने को कहा लेकिन नहीं किया। हमने वरुणा साफ करने को कहा, काम शुरू कर दिया। लेकिन इन लोगों ने वहां भी काम रोक दिया।

कानून व्यवस्था पर प्रहार करते हुए कहा कि बनारस में पुलिस की नाक के नीचे करोड़ों का सोना चला गया। भीषण डकैती हो गई। हमने 100 नंबर का जो इंतजाम किया था। उसे भी खराब कर दिया। कोई मुहल्ला नहीं होगा, जहां समाजवादियों का लैपटाप न पहुंचा हो। बाबा मुख्यमंत्री ने लैपटाप नहीं दिये। क्योंकि वह चलाना नहीं जानते हैं।

अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी के बहाने हमारा आपका सब का पैसा छीन लिया। नोटबंदी से कारोबार रुक गया। बुनकर, मजदूर सभी की रोजी रोटी छीन ली। जो पैसा बैंक में जमा था, उसे लेकर तमाम उद्योगपति विदेश भाग गए। यह प्रधानमंत्री हमारे आपके नहीं हैं। देश की एक प्रतिशत संपन्न लोगों के प्रधानमंत्री हैं। अर्थव्यवस्था नीचे जा रही है। अगर अर्थव्यवस्था नीचे जाती है तो किसी के हाथ रोजगार नौकरी नहीं लगती है।

अखिलेश ने कहा कि अब तो यूपी से ही नहीं बंगाल से भी घबराए हुए हैं। हमारे गठबंधन को कहते हैं कि जाति का गठबंधन है। यह गठबंधन जातियों का गठबंधन नहीं है। यह गरीब लोगों का गठबंधन है, यह टूटने वाला नहीं है। यह दिलों से बना गठबंधन है।

अखिलेश ने कहा कि सरकार किसानों की आत्महत्या, बेरोजगारों की समस्या पर बात नहीं करना चाहती है। आतंकवाद से लड़ना चाहते हैं अौर तेज बहादुर से मुकाबला नहीं कर सके। यह जवान कुछ सवाल लेकर पूछना चाहता था। आप दाल अौर चीन नहीं दे पा रहे हो अौर बनारस में रबड़ी खा रहे हो। रोटी नहीं दे पा रहे हो, सैनिकों को जूता, मोजा नहीं दे पा रहे हो। इन्हें बुलेट ट्रेन नहीं बुलेट प्रूफ जैकेट चाहिए।

अखिलेश के बाद सभा को अजीत सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि मोदी ने सभी संवैधानिक संस्थाअों को खत्म करने का काम किया है। अगर यह दोबारा आ गए तो आपके हाथ से चुनाव का अधिकार भी छीन लेंगे। इसके बाद फिर कोई चुनाव नहीं होगा। क्या-क्या वायदे किये थे। अच्छे दिन, स्वच्छ भारत, स्मार्ट सिटी, एक भी वादा मोदी ने नहीं निभाया है। पांच साल के काम का कोई हिसाब नहीं देते। कहते हैं कि मैं गरीब आदमी हूं लेकिन 70 करोड़ रुपये तो कपड़े पर सरकार खर्च करती है। अच्छे दिन मोदी के आए हैं। मोदी के बुरे दिन 23 तारीख से शुरू होंगे।

अजीत सिंह ने कहा कि भाजपा कहती है कि छाती 56 इंच का है लेकिन दिल तो एक इंच का नहीं है। इनके दिल में दलित, अल्पसंख्यक के लिए कोई स्थान नहीं है। अजीत सिंह ने चौकीदार चोर है का नारा भी लगवाया।

Share

हाल की खबर

रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद के 15 उत्पादों का लाइसेंस रद्द

देहरादून: उत्तराखंड सरकार के द्वारा योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को तगड़ा झटका…

अप्रैल 29, 2024

भारतीय संविधान और हिंदुत्व के पैरोकारों की अंतहीन बेचैनी

(आलेख : सुभाष गाताडे) लोकसभा चुनाव के प्रचार में कई भाजपा नेता संविधान बदलने के…

अप्रैल 29, 2024

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईज़ 5.0 सुधार सूचकांक में दूसरा स्थान प्राप्त

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में से एक, को…

अप्रैल 29, 2024

मोदी जी की भाषा हार स्वीकार कर लेने वाली है: शाहनवाज़ आलम

फतेहपुर सीकरी, आगरा, 28 अप्रैल 2024. कमज़ोर तबकों के सामने संविधान बचाने का आख़िरी मौक़ा…

अप्रैल 28, 2024

मोहसिना की कोठी क्या तनुज की राह करेगी आसान, क्या टोटका करेगा काम?

ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी। मोहसिना क़िदवई, राजनीतिक गलियारे का एक बहुत कद्दावर नाम। नब्बे…

अप्रैल 28, 2024

बहराईच: मेले में लगा झूला अचानक टूटने से आधा दर्जन जख्मी

एक बालिका की हालत गंभीर, मेडिकल कालेज रेफरबाबा अहमद शाह की मजार पर गुरूवार से…

अप्रैल 26, 2024