वाराणसी: वाराणसी से पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ मैदान में सपा प्रत्याशी का नामांकन खारिज कर दिया गया है। बता दें कि सपा (समाजवादी पार्टी) के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने वाले बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर यादव मैदान में उतरे थे।

दरअसल मंगलवार (30 अप्रैल) को प्रेक्षक प्रवीण कुमार की मौजूदगी में नामांकन पत्रों की जांच शुरू हुई। जांच में जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह यादव द्वारा बीएसएफ से बर्खास्तगी के संबंध में दो नामांकन पत्रों में अलग अलग जानकारी देने पर नोटिस देकर 24 घंटे में बीएसएफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर मौजूद होने को कहा था।

जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से तेज बहादुर को कहा था कि वो बीएसएफ से प्रमाणपत्र लेकर आएं जिसमें यह साफ साफ लिखा हो कि उन्हें नौकरी से किस वजह से बर्खास्त किया गया था। बता दें कि जांच में सामने आया था कि तेज ने पहले नामांकन में ‘भारत सरकार या राज्य सरकार के अधीन पद धारण करने के दौरान भ्रष्टाचार या अभक्ति के कारण पदच्युत किया गया’ के सवाल पर हां में जवाब दिया और विवरण में 19 अप्रैल, 2017 लिखा है।’ वहीं दूसरे शपथ पत्र में लिखा था कि तेज बहादुर यादव को 19 अप्रैल 2017 को बर्खास्त किया गया था लेकिन भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा पद धारण के दौरान भ्रष्टाचार एव अभक्ति के कारण पदच्युत नहीं किया गया।

बता दें कि तेज बहादुर यादव का नामांकन खारिज होने के बाद से अब सपा की ओर से शालिनी यादव मैदान में हैं। वहीं नामांकन पत्र के नोटिस का जवाब देने के दौरान तेज के समर्थक और पुलिस के बीच बहस भी हो गई। जिसके बाद पुलिस ने तेज के समर्थकों को परिसर से बाहर कर दिया।