पेरिस : पिछले काफी समय से ब्लैक होल को लेकर रिसर्च कर रहे खगोलविदों को आखिरकार सफलता मिल ही गई। वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल को लेकर आज संयुक्त रुप से 6 जगह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सफलता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आखिरकार इसे पहली बार खगोल वैज्ञानिकों द्वारा कैप्चर कर लिया गया है। मानव इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि पूरी दुनिया ब्लैक होल की असली तस्वीर देख सकती है। अब तक ब्लैक होल को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन इसकी पहली तस्वीर आ जाने से सभी अटकलों पर विराम लग चुका है। वैज्ञानिकों द्वारा जारी की गई इसकी वास्तविक तस्वीर में यह एक डस्ट और गैस का प्रभामंडल दिख रहा है।

गौरतलब है कि पिछले 50 वर्ष से अधिक समय से वैज्ञानिक इसके बारे में रिसर्च कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने पाया कि आकाशगंगा के केंद्र में कुछ बहुत चमकीला है और उसी समय से इसे लेकर वैज्ञानिकों में उत्सुकता बढ़ने लगी और इसकी हकीकत जानने के लिए रिसर्च शुरू की गई। वैज्ञानिकों के अनुसार ब्लैक होल में इतना मजबूत गुरुत्वाकर्षण है कि तारों को इसकी परिक्रमा करने में 20 वर्ष तक का समय लगता है। जबकि वैज्ञानिकों का कहना है कि हमारी सौर प्रणाली में आकाशगंगा की परिक्रमा में 23 करोड़ साल लगते हैं।

वैज्ञानिकों का कहना है कि ब्लैक होल की तस्वीर खींचने में वैज्ञानिकों को 6 टेलीस्कोप के मिश्रण का इस्तेमाल करना पड़ा। क्योंकि एक पारंपरिक टेलीस्कोप से इसकी तस्वीर खींच पाना संभव नहीं था। इसलिए वैज्ञानिकों को Event Horizon Telescope का इस्तेमाल करना पड़ा। वैज्ञानिकों द्वारा जारी की गई तस्वीर में 'Galaxy Messier 87' के मध्य में एक Black Hole दिख रहा है। यह पृथ्वी से 53 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है।