नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्यूनतम आय योजना (न्याय) को पार्टी की गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक करार देते हुए मंगलवार को दावा किया कि वे हिंदुस्तान से गरीबी को खत्म कर देंगे। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव को दो विचारधाराओं की लड़ाई बताते हुये कहा, ‘‘हमने फैसला किया अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमीरों को पैसा देते हैं तो कांग्रेस पार्टी गरीबों को पैसा देगी।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि न्याय योजना के लिए कांग्रेस छह महीने से काम कर रही थी और उसने इसके लिए रघुराम राजन सहित तमाम बड़े अर्थशास्त्रियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस योजना में पैसा परिवार की महिला के खाते में जाएगा। गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर मनरेगा को खत्म करने का आरोप लगाया और कहा कि भारत में नफरत करने वाला हारता है और प्यार करने वाला जीतता है।

गांधी की मौजूदगी में इस राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों ने सत्तारूढ़ अशोक गहलोत सरकार को समर्थन देने की घोषणा की। इसके साथ ही घनश्याम तिवाड़ी व डूंगरराम गेदर जैसे बड़े नेता कांग्रेस में शामिल हो गए। राजस्थान के एक दिवसीय दौरे पर आये गांधी ने सूरतगढ़ व बूंदी में जन संकल्प रैली को संबोधित किया। वहीं शाम को जयपुर में उन्होंने कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित किया।

सूरतगढ़ में जनसंकल्प रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने पार्टी की न्याय योजना का जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो वह सुनिश्चित करेगी कि देश की न्यूनतम आय सीमा 12, 000 रुपये हो। उन्होंने कहा कि जो भी परिवार इस सीमा से नीचे होगा उसके खाते में कांग्रेस की सरकार 72,000 रुपये तक सालाना डालेगी।