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भगत सिंह का सम्मान करना भूल गयी सरकार

क्रांतिकारियों को सम्मान दिलाने के लिए शहीद स्मारक पर एकत्रित हुए शहर के जागरूक नागरिक

लखनऊ: भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव जी को सम्मान
दिलाने के लिए आज़ाद हिन्द फौज के सभी क्रन्तिकारी सदस्य और शहर के जागरूक
लोग आज शहीद स्मारक पर एक जुट हुए और राज्य सरकार से यह मांग की है कि वह
तत्काल इनकी मुर्तिया लगवाए और इनको सम्मान दे और गैर ज़िम्मेदार
अधिकारियो पर सख्त से सख्त कारवाही करे जिससे की आगे कोई भी इन शहीदों का
अपमान न कर सके और अगर राज्य सरकार यह कार्य नहीं कर सकती तो मूर्ति
लगवाने की ज़िम्मेदारी आज़ाद हिन्द फौज को देदे जो जनता के सहयोग से इन
महान शूरवीरो को सम्मान दिला देगी I

शहीद स्मार्क लखनऊ में शहीद भगत सिंह जी की एक मूर्ति लो0नि0वी0 विभाग
द्वारा लगाई गई थी इसका निर्माण कार्य अभी तक लंबित है एवं उनके साथ
राजगुरु और सुखदेव की मूर्ति नही लगाई गई है। सरकार ने 2001 में इसके
निर्माण के लिए 9 .14 लाख रुपये की राशि जारी की थी परन्तु सिर्फ 5.14
रुपये ही विभाग द्वारा खर्च किये गए एवं उसके उपरांत कार्य को रोक दिया
गया एवं सुखदेव और राज गुरु जी की मूर्ति इस्थापित नहीं की गए I भगत सिंह
जी की मूर्ति बहुत ही बुरी स्थिति में है एवं वहा उनके नाम के पत्थर भी
नही लगाए गए है।

आज़ाद हिंद फौज एक आंदोलन है जो नेता जी सुभाष चंद बोस एवं भगत सिंह जी के
प्रेरणा से बनाया गया है। इस आंदोलन का उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ
लोगों को जागरूक करना एवं सरकार को आर्थिक पारदर्शिता के लिए प्रेरित
करना है।

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