पणजी: प्रमोद सावंत गोवा के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने सोमवार देर रात राज भवन में पद की शपथ ग्रहण की। पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उन्होंने कहा, 'पार्टी ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है, मैं इसे हर संभव तरीके से निभाने की पूरी कोशिश करूंगा। आज मैं जो कुछ भी हूं सब मनोहर पर्रिकर की वजह से हूं। वही मुझे राजनीति में लाए, मैं स्पीकर और आज सीएम बन गया।' रविवार को 63 साल की उम्र में मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया।

सावंत के अलावा महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के सुदीन धावलिकर और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई सहित 11 नेताओं ने भी राजभवन में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। एमजीपी के मनोहर अजगांवकर, बीजेपी के मौविन गोडिन्हो, विश्वजीत राणे, मिलिंद नाइक और निलेश कैबरल, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विनोद पल्येकर और जयेश सालगांवकर और निर्दलीय विधायक रोहन खैतान और गोविंद गावड़े ने भी राजभवन में राज्य कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।

पर्रिकर एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे थे जिसमें भाजपा, जीएफपी, एमजीपी और तीन निर्दलीय शामिल थे। इस समय कांग्रेस 14 विधायकों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है। 40 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी के 12 विधायक हैं। भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा के निधन तथा रविवार को पर्रिकर के निधन और पिछले वर्ष कांग्रेस के दो विधायकों सुभाष शिरोडकर तथा दयानंद सोप्ते के इस्तीफों के कारण विधानसभा की क्षमता घटकर अब 36 हो गई है।

सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस ने भी सरकार बनाने का दावा किया था, लेकिन राज्यपाल ने उसे मौका नहीं दिया। इसी पर गोवा कांग्रेस के सुनील कवथंकर ने कहा, 'हम गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा की अलोकतांत्रिक कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा कर रहे हैं, क्योंकि हमारी सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने की अनुमति नहीं दी गई और भाजपा को सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं होने के बावजूद अनुमति दी गई।'

उन्होंने कहा कि राज्यपाल भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य कर रही हैं। इसे भारतीय लोकतंत्र में सबसे काले दिन के रूप में याद किया जाएगा, जहां सीएम की मृत्यु की घोषणा के 24 घंटे तक सरकार में खालीपन है। कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद राज्य बिना सरकार के है और हमने सरकार बनाने का दावा भी किया। हम गोवा की राज्यपाल द्वारा लोकतंत्र की जानबूझकर की गई हत्या की कड़ी निंदा करते हैं और राष्ट्रपति से पक्षपाती राज्यपाल मृदुला सिन्हा को बर्खास्त करने और कांग्रेस पार्टी को तुरंत सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने की मांग करते हैं।