लखनऊ: आल इण्डिया हुसैनी सुन्नी बोर्ड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैयद जुनैद अशरफ किछौछवी ने न्यूज़ीलैण्ड में मस्जिदों पर हुए हमले व कत्ले आम की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दुनिया में अगर दहशतगर्दी से किसी कौम का नुकसान हुआ वह तो वह मुस्लिम है। न्यूज़ीलैण्ड में एक इसाई धर्म से ताअल्लुक रखने वाले चंद लोगों को दुनिया की मीडिया बंदूकधारी कह रही है जबकि अगर यह काम किसी मुस्लिम व्यक्तियों द्वारा किया गया होता तो उसे आतंकवादी और उस मुल्क को आतंकवादी देश घोषित किया जा चुका होता। हमें अपने नज़रिए को बदलना पड़ेगा। आतंकवाद, आतंकवाद होता है न उसका कोई रंग होता है न ही मज़हब। सीरिया, फिलीस्तीन, यमन, हिन्दुस्तान, अफगानिस्ता, लीबिया, सूडान वगैरह यह वह मुल्क है जो लगातार आतंकवाद का शिकार हो रहे हैं। हम जब तक अपनी सोच में बदलाव नहीं करेंगे यानि हम किसी को मज़हबी या रंग बुनियाद पर आतंकवादी न बताकर बल्कि उसकी कारगुज़ारियों की बुनियाद पर उसे आतंकवादी कहे। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो समझ लीजिए कि न्यूज़ीलैण्ड से इसाई आतंकवाद का प्रारम्भ हो चुका है।

सैयद जुनैद अशरफ किछौछवी ने कहा कि अल्लाह ने इंसान को अपनी इबादत के लिए दुनिया में भेजा, इस्लाम यह कहता है कि एक बेगुनाह का कत्ल एक आलम का कत्ल है। इंसान ने अल्लाह की नाफरमानी शुरू कर दी और हर वह काम शुरू किया जो उसे नापसंद है। यह हालात उसी का नतीजा है। मैं हिन्दुस्तानियों से अपील करूंगा कि किसी से नफरत या मोहब्बत उसकी मज़हबी बुनियाद न करके उसी बल्कि उसकी कारगुज़ारियों की वजह से करे। जिससे आपस में सौहार्द, भाईचारा कायम हो सके।