नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव की तारीख पास आते- आते चुनावी सियासत तेज होती जा रही है। बयानों सहित पार्टी बदलने और प्रचार का सिलसिला भी तेज हो गया है। ऐसे में बसपा (बहुजन समाज पार्टी ) सुप्रीमो मायावती और सपा (समाजवादी पार्टी) मुखिया अखिलेश यादव सात अप्रैल को सहारनपुर के देवबंद में संयुक्त रैली से चुनावी बिगुल बजाएंगे। वहीं गठबंधन के चलते मायावती मुलायम सिंह यादव के लिए भी प्रचार करती नजर आएंगी। गौरतलब है कि गेस्ट हाउस कांड के चलते पहले एक बार गठबंधन टूटा था।

उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन माने जा रहे की संयुक्त रैली में राष्ट्रीय लोकदल के अध्क्ष अजित सिंह भी मौजूद रहेंगे। वहीं गठबंधन की वजह से मायावती मैनपुरी से चुनाव लड़ रहे सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के लिए भी वोट मांगेंगी। बता दें कि 19 अप्रैल को मायावती मैनपुरी में रैली करेंगी। वहीं दो अप्रैल को उड़ीसा से अपनी पार्टी का प्रचार शुरू करेंगी।

बता दें कि लखनऊ में मायावती ने 2 जून 1995 को अपने विधायकों की बैठक बुलाई थी। इस बीच सपा के कार्यकर्ताओं को खबर मिली की बीएसपी और भाजपा की साठ-गांठ हो रही है। जिसके बाद कई सपा कार्यकर्ता गेस्ट हाउस के बाहर जुट गए और बीएसपी कार्यकर्ताओ की पिटाई कर दी। वहीं बिगड़ता माहौल देख मायावती एक कमरे में छिप गईं और कमरा अंदर से बंद कर लिया। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुलिस से फोन पर बात करने की भी कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। वहीं सपा कार्यकर्ताओं ने कमरे का दरवाजा भी तोड़ने की कोशिश की थी, जिसमें मायवती बंद थीं। वहीं ऐसा भी बताया जाता है कि सपा कार्यकर्ताओं ने मायावती के साथ धक्का मुक्की और अभद्रता भी की थी।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बसपा ने सपा के साथ 38-37 सीटों पर गठबंधन किया है। वहीं मध्य प्रदेश में महज तीन सीटों पर सपा अपने उम्मीदवार उतारेगी जबकि 26 सीटों पर बसपा चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही वहीं उत्तराखंड में सिर्फ एक सीट पौड़ी गढ़वाल पर सपा चुनाव लड़ेगी जबकि बाकी चार सीटों पर बसपा मैदान में उतरेगी।