नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को महाराष्ट्र के यवतमाल पहुंचे और कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर जोरदार हमला करते हुए कि बदला लिया जाएगा और सुरक्षाबलों को खुली छूट दे दी गई है और सेना खुद अपने हिसाब से बदला लेगी। वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सज़ा जरूर दी जाएगी। मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा- मैं जानता हूं कि हम सभी किस गहरी वेदना से गुजर रहे हैं। पुलवामा में जो हुआ, उसको लेकर आपके आक्रोश को मैं समझ रहा हूं। जिन परिवारों ने अपने लाल को खोया है, उनकी पीड़ा मैं अनुभव कर सकता हूं।

व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान: पीएम मोदी ने शहीदों को याद करते हुए कहा- इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आतंकी संगठनों ने, आतंक के सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, वो चाहे जितना छिपने की कोशिश करें, उन्हें सज़ा जरूर दी जाएगी। सैनिकों में और विशेषकर CRPF में जो गुस्सा है, वो भी देश समझ रहा है। इसलिए सुरक्षाबलों को खूली छूट दी गई है।

पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर हमला करने के बाद विकास की बात करते हुए कहा- आज यवतमाल के विकास से जुड़ी सैकड़ों करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। इनमें गरीबों से जुड़ी, सड़कों से जुड़ी, रेलवे से जुड़ी, रोजगार से जुड़ी अनेक परियोजनाएं हैं।

पीएम मोदी ने बेघरों के लिए घर देने के लक्ष्य का जिक्र करते हुए कहा- केंद्र सरकार ने 2022 तक हर बेघर को पक्का घर देने का लक्ष्य रखा है और हमारी सरकार तेजी से अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ रही है। जिन परिवारों को अभी तक घर नहीं मिला है, उन्हें मेरा वचन है कि 2022 तक हर परिवार का अपना घर होगा।

पीएम मोदी ने घुमंतू समुदाय का जिक्र करते हुए कहा- इस बजट में हमारी सरकार ने घुमंतू समुदाय के लिए बड़ा फैसला किया है। इतिहास में पहली बार इस समुदाय का ख्याल किसी सरकार ने किया है। इस समुदाय के लिए सरकार ने विकास कल्याण बोर्ड बनाने का फैसला किया है। समाजिक सुरक्षा के प्रतिबद्ध हमारी सरकार ने आदिवासी समाज के कल्याण के लिए इस बार के बजट में करीब 30 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह फैसला आदिवासी समाज के लिए भाजपा सरकार की निष्ठा का सबूत है। जनधन और वनधन योजना की सहायता से जनजातीय समुदाय के लोगों के लिए काम किया जा रहा है।

किसानों के लिए मदद की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा- पीएम किसान सम्मान निधि के नाम से सरकार ने किसानों की सीधी आर्थिक मदद करने की योजना बनाई है। इस के तहत ऐसे किसान जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन है, उन किसानों के बैंक खाते में हर वर्ष 6 हज़ार रुपए जमा किए जाएंगे। महाराष्ट्र के लगभग 1.2 करोड़ किसान परिवारों को सीधा लाभ होगा