लखनऊ: विधान परिषद में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जमकर हंगामा किया, पहले तो जहरीली शराब से हुई मौतों का मुद्दा उठाया और उसके बाद लखनऊ एयरपोर्ट पर समाजवादी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रयागराज जाने से रोकने के खिलाफ जानकर हंगामा किया | विपक्ष के हंगामे के कारण कोई कामकाज नहीं हो सका। सुबह 11:00 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता विपक्ष अहमद हसन ने जहरीली शराब से हुई मौतों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रदेश में जहरीली शराब से इतनी बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं जबकि सैकड़ों लोग अभी भी उसके दंश से जीवन मृत्यु के बीच झूल रहे हैं लेकिन राज्य सरकार का कोई भी मंत्री अब तक उन्हें देखने नहीं गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शराब माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही बल्कि उल्टा उसे संरक्षण दे रही है। तभी कांग्रेस के दीपक सिंह ने कहा इस पूरे प्रकरण में सरकार भी शामिल है। राज्य सरकारने शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। वहीं बसपा के दिनेश चंद्र ने कहा कि पीड़ितों का इलाज नहीं हो रहा है। कुशीनगर में 14 मौतें हुई हैं यह जिला मुख्यमंत्री के मंडल के अंतर्गत आता है ।

उन्होंने कहा कि जब अखिलेश की सरकार थी तब यह कहा जाता था की इस सरकार में कई मुख्यमंत्री है। कहा, इस सरकार में भी तीन मुख्यमंत्री है फिर भी कामकाज संभल नहीं रहा। लिहाजा सरकार को मंडल स्तर पर अलग अलग मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। इसके बाद सपा बसपा और कांग्रेस के सभी सदस्य वेल में आकर नारेबाजी और हंगामा करने लगे। शोरगुल के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। दोपहर 12:38 पर जैसे ही सदन की कार्रवाई शुरू हुई नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन यह कहते हुए अपनी सीट पर खड़े हो गए कि प्रदेश में आपातकाल लागू हो गया है मेरे पार्टी के नेता और अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक छात्र संघ के कार्यक्रम में इलाहाबाद जाना था लेकिन उन्हें एयरपोर्ट पर रोक लिया गया है। उन्होंने कहा यह तानाशाही है इसके तत्काल बाद सपा के सदस्य वेल में पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच सभापति ने एक बार फिर से सदन की कार्यवाही दोपहर 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

दोपहर 12:00 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया इस दौरान नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा कुछ कहने के लिए जैसे ही अपनी सीट पर खड़े हुए सपा के सारे सदस्य फिर से वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। इस पर सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर 1:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दोपहर 1:00 बजे जैसे ही सदन की कार्रवाई शुरू हुई सपा सदस्य हंगामा करते हुए मुख्यमंत्री से माफी मांगने की मांग करने लगे नारेबाजी और शोरगुल के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पूर्व दोपहर 12:00 बजे से 1:00 बजे तक समाजवादी पार्टी के सदस्य वेल में ही धरने पर बैठे रहे और नारेबाजी करते रहे।