नई दिल्लीः कोलकाता में सीबीआई और केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को कई विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ एनडीए की प्रमुख सहयोगी शिवसेना का भी समर्थन मिल रहा है. एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्य की सीएम का धरने पर बैठना गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि क्या यह सीबीआई बनाम ममता बनर्जी है या फिर ममता बनर्जी बनाम बीजेपी, ये तो हमें जल्द ही पता चल जाएगा. अगर सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है तो यह राष्ट्र की गरिमा और केंद्रीय एजेंसी की प्रतिष्ठा का मामला है.

वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी घटनाएं सिर्फ पश्चिम बंगाल में नहीं हो रही है, बल्कि देश के कई राज्यों से ऐसी खबरें आ रही है. चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी और केंद्र सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है. केवल मैं ही नहीं, समाजवादी पार्टी ही नहीं, बल्कि सभी राजनीतिक दल ऐसा कह रहे हैं.

अखिलेश यादव ने आगे कहा, 'पहले सीबीआई आपस में ही उलझी हुई थी, केंद्र को सीबीआई निदेशक से डर लग रहा था. अब वह सीबीआई से सबको डराना चाहते है. बताइये संस्थाओं का दुरुपयोग कौन कर रहा है? अगर किसी ने संस्थाओं का राजनीतिकरण किया है वह बीजेपी है.'

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है, 'जिस दिन से केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी हैं उनका ध्यान देश के लिए कम करने में कम विपक्षी पार्टियों को खत्म करने में ज्यादा रहा है, पिछले पांच सालों से वह यही काम कर रहे हैं. देश में बीजेपी से ज्यादा भ्रष्टाचारी कोई पार्टी नहीं है.'

नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'ममता बनर्जी के आरोप एकदम सही है, देश पर तानाशाही शासन का खतरा मंडरा रहा है, ये लोग (केंद्र सरकार) देश के मालिक नहीं है, जनता मालिक है'

सोमवार सुबह आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री और तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने इस मामले पर कहा, 'हम लोग दिल्‍ली में सोमवार को सभी विपक्षी नेताओं के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. साथ ही पूरे देश में आंदोलन चलाने को लेकर रणनीति बनाएंगे. तेदेपा सांसद इस मामले पर अन्‍य विपक्षी दलों के सांसदों के साथ धरना देंगे.'