लखनऊ: भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने कहा है किे मोदी सरकार आसन्न लोकसभा चुनाव से पहले शारदा घोटाले की सीबीआई जांच के बहाने पश्चिम बंगाल में साजिशाना हस्तक्षेप कर रही है। पार्टी ने राज्य में सीबीआई को भेजने के बाद अब राष्ट्रपति शासन लगाने के भाजपा नेताओं के हो-हल्ले की कड़ी भर्त्सना की है और इसे संघीय ढांचे पर मोदी सरकार का हमला बताया है।

माले के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने सोमवार को एक बयान में कहा कि मोदी सरकार संविधान को कमजोर करने, गलत इरादों से विपक्ष शासित राज्यों में हस्तक्षेप कर विपक्षियों की बाहें मरोड़ने और संस्थाओं का दुरुपयोग कर अपना एजेंडा चलाने जैसे काम लगातार कर रही है। राजभवनों से लेकर सीबीआई तक का इस्तेमाल विपक्ष की सरकारें गिराने और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से (राष्ट्रपति शासन के रूप में) भाजपा की सरकार बनाने के लिए किया जा रहा है। संविधान, लोकतंत्र और संघीय ढांचे में विश्वास रखने वाला कोई भी इस आपराधिक हस्तक्षेप को बर्दास्त नहीं करेगा।

माले नेता ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार का संघर्ष ढकोसला है। मुकुल रॉय जैसे भ्रष्‍टाचार के आरोपियों को अपने साथ मिला कर शारदा और रोज वैली घोटालों के खिलाफ लड़ने का दावा भाजपा कैसे कर सकती है? बल्कि भाजपा और उसकी केंद्र सरकार खुद राफेल डील व नोटबन्दी के जरिए सरकारी खजाने से याराना पूंजीपतियों की जेबें भरने, पार्टी अध्यक्ष के शहजादे के भ्रष्टाचार को छुपाने जैसे आरोपों से घिरी है। ऐसे में भाजपा का भ्रष्टाचार-विरोधी संघर्ष सबसे बड़ा पाखंड है।