नई दिल्ली. साग न केवल खाने में टेस्टी होता है, बल्कि ये विटामिन, मिनरल, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है। इसके अलावा साग में मौजूद कैल्शियम, प्रोटीन और पोटेशियम दर्द में आराम देते हैं। वैसे तो साग हर सीज़न में खाने चाहिए लेकिन सर्दियों में इसे खाने के कई और फायदे हैं। हर साग अपनी किसी विशेष खूबी को समेटे हुए है।

साग में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होने के कारण वेट लॉस के लिए भी ये काफी इफेक्टिव होता है। साग में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं जिससे बॉडी का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है। इसके कारण वेट मैनेजमेंट भी बेहतर होता है। साथ ही इसमें मौजूद कई तरह के विटामिन और मिनरल्स ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करते हैं।

चौलाई के साग में लायसिन नामक अमिनो एसिड पाया जाता है जो अर्ली ऐज यानि झुर्रियों को रोकने का काम करता है।साथ ही चौलाई का साग फाइटोन्यूट्रिएंट्स, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, मिनरल्स और कई तरह के विटामिन से भरा होता हैं। ये साग को कफ और पित्त नाशक भी होता है।

जोड़ों का दर्द दूर करता है सरसों का साग

सरसों का साग फैट बर्नर ही नहीं जोड़ों के दर्द को हरने वाला भी है। कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन ए, सी, डी, बी-12 मैग्नीशियम, आयरन और कैल्शियम से भरा ये साग एंटीऑक्सीडेंट से लबरेज होता है।

सरसो का साग बॉडी से टॉक्सिन डिटॉक्स कर ये इम्यूनिटी बढ़ता हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम और पोटैशियम हड्डियों को मज़बूत और हेल्दी रखता है। जिन्हे जोड़ों में दर्द रहता है उन्हें सरसों का साग खाना चाहिए।

शुगर के लिए मेथी का साग दवा से ज्यादा बेहतर

मेथी ब्लड में कोलेस्ट्रॉल और लिपिड लेवल को कम करने के साथ इन्सुलीन लेवल को मेंटेन करती है। इससे दिल की बिमारी और शुगर कंट्रोल रहती है। मेथी में फॉलिक एसिड, विटामिन ए, बी-6, सी, पोटैशियम, आयरन, फॉस्फोरस और कैल्शियम काफी मात्रा में होते हैं। यह फाइबर का सबसे अच्छा स्रोत है और आंतों को साफ रखने में मददगार साबित होता है। इसके अलावा मेथी ब्लड के जमने की आशंका को कम करती है।